कर्नाटक चुनाव में खेले गए कई दांव-पेंच के बाद अब राज्य को उनका स्थायी मुख्यमंत्री मिल गया। यही नहीं अब सदन को भी उनका स्थायी स्पीकर मिल गया। जी हां, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्‍वासमत हासिल कर लिया। इससे पहले मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा भी था कि विश्वास मत हासिल करने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं बीजेपी के स्पीकर के पद के लिए एस सुरेश कुमार ने अपना नाम वापस ले लिया है। ऐसे में कांग्रेस ने पूर्व स्पीकर के आर रमेश कुमार को स्‍पीकर नियुक्‍त किया है।  विश्वासमत पेश करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि काफी सोच-समझकर ही गठबंधन सरकार बनाई है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का भविष्य भी गठबंधन पर ही टिका  है। बता दें कि इससे पहले बहुमत साबित करने का मौका बीजेपी के नेता बी एस येदियुरप्पा को मिला था लेकिन वो इसमें असफल हो गए थे। उनके पास कुल 104 सीटें थीं जबकि जरूरत 112 की थी।

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वहीं मुख्यमंत्री पद को लेकर जी परमेश्वर का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि एचडी कुमारस्वामी पूरे पांच साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे या नहीं इसका फैसला फिलहाल कांग्रेस ने नहीं किया है। भाजपा अब विपक्ष में है। कर्नाटक विधानसभा के नए स्‍पीकर केआर रमेश कुमार ने बीजेपी के बी एस येदियुरप्‍पा को विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना, गोविंद करजोल को विपक्ष के उप नेता चुना गया। वहीं सीएम कुमारस्वामी ने दुख जताते हुए कहा कि- अगर बहुमत के साथ सीएम बना होता तो ज्यादा उचित होता, इसका मुझे खेद है।

बता दें कि कुमारस्वामी के पास कांग्रेस के 78 विधायक हैं, जबकि कुमारस्वामी की जेडीएस के 36 और बसपा का एक विधायक है। गठबंधन ने केपीजेपी के एकमात्र विधायक और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन का भी दावा किया। इस बाबत डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने कहा कि बीजेपी नेताओं और एस सुरेश कुमार ने जो फैसला लिया मैं उसके लिए उनका धन्‍यवाद देता हूं। उन्‍होंने कहा कि हमने आपको एक स्‍पष्‍ट राजनेता के तौर पर देखा है।

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