पाकिस्तान, भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को आरोपी साबित करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहा है। मगर नापाक पाक बस गीदड़ भभकी देकर रह जाता है, अपनी बातों को सच ठहराने के लिए बातें तो बहुत करता है, मगर सबूत देने में हर बार नाकाम रहता है, सबूत देता भी है तो 102 कट के साथ।

जाधव के मसले में इस बार फिर से अपने आप को सही साबित करने के लिए पाक ने एक चाल चली, शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अज़ीज ने जाधव के खिलाफ डॉजियर पेश किया है। जिसमें जाधव पर जमकर आरोप लगाए गए हैं। डॉजियर में कुलभूषण को वन मैन डिमॉलिशन स्क्वॉड बताया गया है और कहा गया है कि पाक के पास जाधव के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं।

Kulbhushan is said to be the One Man Dimolition Squad.सरताज अज़ीज पाकिस्तान का विदेशी मामलों का सलाहकार हैं जिसने 7 दिसंबर 2016 में डॉजियर पेश किया था और कहा था कि पाक के पास जाधव के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं है, लेकिन आज उसी अज़ीज ने पलटी मारते हुए फांसी को सही ठहराया और डॉजियर में जाधव को खतरनाक आरोपी करार दिया है।

डॉजियर में जाधव पर लगे आरोप-

पाकिस्तान ने जाधव को विध्वंस घटनाओं में शामिल बताया है, जिसने ग्वादर, तुरबत में हुए हमलों को स्पॉन्सर किया। आरोप लगाया गया कि जाधव ने जिवानी बंदरगाह पर सिविलियन बोट और रेडार स्टेशन पर हमले कराए और बलूचिस्तान में पाकिस्तानी युवकों को भड़काने के लिए अलगाववादी और आतंकी तत्वों की वित्तीय सहायता दी। इतना ही नहीं बलूचिस्तान के सूई इलाके में गैस पाइपलाइनों में धमाके कराए। 2015 में क्वेटा में हुए धमाकों को स्पॉन्सर किया। इसमें जान-माल को काफी नुकसान पहुंचा। क्वेटा के हजरास और शिया श्रद्धालुओं पर हमले कराए। 2014-15 तुरबत, पंजगुर, ग्वादर, पसनी और जिवानी में राज्य विरोधी तत्वों की मदद से हमले किए जिसमें कई सिविलियन और सैनिक मारे गए और घायल हुए। इतने आरोप लगाने के बाद पाकिस्तान के पास कोई आंकड़े नहीं हैं जिसमें वह इस बात को साबित कर सकें कि तमाम आरोप सच हैं।

पाकिस्तान का दावा-

पाकिस्तान ने दावा किया है कि कुलभूषण जाधव को अपने बचाव में वकील दिया गया था। चार्जशीट में जाधव के खिलाफ चले ट्रायल की टाइमलाइन भी पेश की गई है। पाकिस्तान का कहना है कि कोर्ट में जाधव की मौजूदगी के दौरान सारी गवाहियां भी रिकॉर्ड की गई हैं जिसमें उन्हें गवाहों से सवाल पूछने की भी अनुमति दी गई है। इन दावों पर भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावाले ने जाधव मामले में पाकिस्तान से चार्जशीट और सजा के फैसले की एक प्रमाणित कॉपी की मांग की थी। मगर पाक ने एक बार फिर भारत के आग्रह को इंकार कर दिया और राजनयिक को जाधव तक पहुंचने नहीं दिया।

पाकिस्तान पर सख्त रुख अपनाते हुए भारत ने पाकिस्तान से होने वाले समुद्री सुरक्षा को लेकर होने वाले समझौते की मेजबानी करने से इंकार कर दिया है, जो रविवार 17 अप्रैल को होने वाली थी। लेकिन यह प्रतिबंध क्या वाकई काम आएगा या कुलभूषण जाधव भी सरबजीत की तरह शहीद हो जाएगा?

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