मुद्दा चाहे कोई भी हो पाकिस्तान का वही पुराना रवैया और भारत की वही लाचार कोशिश हमेशा जारी रहती है। मसला चाहे सरबजीत और कुलभूषण जैसे पाकिस्तान की प्रताड़ना सहने वाले भारतीयों का हो या पाकिस्तान की ओर से होने वाले आतंकी हमलों की, पाकिस्तान की इन सभी हरकतों पर भारत का सबसे सख्त रवैया होता है, उसके साथ हर संभव वार्ता पर प्रतिबंध लगाना जो कि कुछ वक्त के बाद हटा दिया जाता है और फिर से पाकिस्तान के साथ साझा कारोबार शुरू हो जाता है। दोनों पड़ोसी देशों का यह सिलसिला सालों से जारी है लेकिन इन सबके बीच सरबजीत जैसे बेकसूर लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ जाती है।

कुलभूषण से मिलने की भारत की 14वीं कोशिश नाकाम

इस वक्त पाकिस्तान की जेल में सरबजीत जैसा एक और भारत का बेटा बंद है जिसे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मानदंडों को नजरअंदाज करते हुए फांसी की सजा सुना दी है। भारत सरकार कुलभूषण को बचाने की हर संभव कोशिश कर रही है लेकिन पाकिस्तान भारतीय राजदूत को कुलभूषण से मिलने तक नहीं दे रहा। भारत ने पाकिस्तान से 14 बार अपील की वह भारतीय राजदूत को कुलभूषण से मिलने दे लेकिन पाकिस्तान ने सभी अपीलों को खारिज कर दिया।

भारत ने बंद की हर स्तर की वार्ता

अब तो जाधव पर पाकिस्तान ने कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप भी लगा दिए हैं। ऐसे में भारत ने एक बार फिर अपना पुराना और सबसे सख्त रुख अपनाया है और पाक के साथ हर स्तर की वार्ता रोक दी है। शुक्रवार को भारत सरकार ने समुद्री सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान के साथ 17 अप्रैल को होने वाली वार्ता को भी रद्द कर दी है। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान को सीधे तौर पर अवगत करा दिया कि वह पाकिस्तान मैरीटाइम सिक्युरिटी एजेंसी के प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी करने को कतई तैयार नहीं। यह प्रतिनिधिमंडल रविवार को भारत आने वाला है।

भारत ने पाकिस्तान से रखी दो मांगे

विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस्लामाबाद में भारत के उच्चायुक्त गौतम बंबवाले ने पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जांजुआ से मुलाकात की और कुलभूषण के मामले में दो मांगे रखी है। पहली, कुलभूषण पर दायर की गई चार्जशीट की कॉपी दी जाए और दूसरी पाक की सैन्य अदालत द्वारा दी गई फांसी की सजा के आदेश की कॉपी भी उपलब्ध कराई जाए।

गौरतलब है कि भारत के पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण  सुधीर जाधव को पिछले सोमवार को पाकिस्तान की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। कुलभूषण को भारत का रॉ एजेंट होने के आरोप में मार्च 2016 में पाकिस्तानी फोर्स ने ब्लूचिस्तान से गिरफ्तार किया था। वह तभी से उनके गिरफ्त में हैं। भारत में नेता, अभिनेता, गायक, खिलाड़ी समेत सभी नागरिक कुलभूषण को बचाने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।

कुमार विश्वास ने उठाए सवाल

रवीना टंडन, अभिजीत भट्टाचार्य, ऋषि कपूर, रणदीप हुड्डा और सलीम खान के बाद अब मशहूर कवि और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने भी पक्ष और विपक्ष के सभी नेताओं पर जमकर हमला बोला। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुमार विश्वास ने कहा कि हमारे एक बेटे को पाकिस्तान ने बाहर से लाकर जासूसी के आरोप में बंद कर लिया है। हम सदन और सड़क पर चिल्ला रहे हैं, हम फेसबुक पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा दिखा रहे हैं। कुमार ने बड़े ही गुस्से में भारत सरकार से सवाल करते हुए कहा कि हम अमेरिका की तरफ मुंह करके कह रहे है कि आप पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित कर दीजिए।  इस पर कुमार ने सरकार से पूछा क्यों आपने कर दिया…? उन्होंने कहा कि आप कर दीजिए सबसे पहले, आप सबसे पहले संसद में बैठकर कह दीजिए कि पाकिस्तान आतंकवादी देश है, हम उससे कोई बातचीत नहीं करेंगे। 

कैसे बचेगा कुलभूषण   

कुलभूषण को बचाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास विफल होते जा रहे हैं और सरकार पर भारत के बेटे को बचाने का दवाब बढ़ता जा रहा है। ऐसे में देश सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठा है कि सरकार कब और कौन सा ऐसा ठोस कदम उठाएगी जिससे पाकिस्तान की रूह कांपेगी और वो अपनी हरकतों से बाज आएगा।

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