भारतीय वायु सेना की काउंटर इंटेलिजेंस विंग ने दिल्ली में वासुसेना के मुख्यालय में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी को कथित तौर पर गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के आरोप में हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि जिस महिला को गोपनीय दस्तावेजों की तस्वीरें भेजी जा रही थी वो एक पाकिस्तानी जासूसी गिरोह की है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जांचकर्ता ये भी जांच कर रहे हैं कि क्या अधिकारी हनीट्रैप का शिकार हुए हैं? शक है कि वो वॉट्सऐप के जरिए किसी महिला को गोपनीय दस्तावेजों की तस्वीरें भेज रहे थे। सूत्रों ने बताया कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या वो पाकिस्तान से चलाए जा रहे किसी बड़े जासूसी गिरोह का हिस्सा हैं।

हालांकि, घटना के संबंध में पूछे जाने पर आईएएफ ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, यह एक रूटीन इंटेलिजेंस सर्विलांस था जिसे IAF की सेंट्रल सिक्यॉरिटी ऐंड इंटेलिजेंस टीम चला रही थी, जिस दौरान उन्हें ग्रुप कैप्टन के संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने की जानकारी मिली।

गौरतलब है कि हेडक्वॉर्टर में तैनाती के कारण इस अधिकारी की पहुंच सीक्रेट दस्तावेजों और योजनाओं तक थी। माना जा रहा है कि उसकी जान-पहचान फेसबुक के जरिए हुई थी। संदेह जताया जा रहा है कि यह महिला द्वारा हनी ट्रैप के झांसे में फंस गया था और पिछले कुछ महीनों से अपने हैंडलर्स के संपर्क में था।

सेना में नियम काफी सख्त हैं ताकि इंटरनेट के अनुचित इस्तेमाल के कारण फेसबुक, ट्विटर और ऑरकुट के जरिए किसी तरह की गुप्त जानकारियों के साथ समझौता न करना पड़ जाए, लेकिन हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। कई सैन्य अधिकारी हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं।

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