कालेधन के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत आयकर विभाग इन दिनों ताबड़तोड़ छापेमारी करने में लगा हुआ है, यूपी से लेकर उत्तराखंड तक विभाग ने धड़ल्ले से खूब छापेमारियां की और इन मारे गए छापों में करोड़ों का धन बरामद हुआ है। आयकर विभाग ने पिछले दो दिनों में सरकारी और पीएसयू कंपनियों के चार अधिकारियों के 20 परिसरों पर छापे मारे हैं और इसी कड़ी में गुरुवार को नोएडा प्राधिकरण के पूर्व ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) रहे वाई पी त्यागी के भी चार ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा।
यशपाल त्यागी मायावती सरकार में 2007 से 2012 के बीच नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के ओएसडी रह चुके हैं। वाईपी त्यागी पर आरोप है कि इन्होंने ओएसडी होने के बावजूद 155 फार्म हाउसों और 300 कॉर्पोरेट ऑफिस अलॉटमेंट में बिचौलिये की तरह काम किया और मनमाने ढंग से जमीनों का आवंटन किया। इस मामले में यह भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने बिल्डरों को काफी रियायतें दी और इसके बदले में काफी लाभ लिया। त्यागी के घर, दफ्तर और उनके सहयोगी के घर समेत कुल चार ठिकानों पर विभाग की रेड पड़ी। बताया जा रहा है कि छापेमारी में मिले दस्तावेजों के आधार पर कई सौ बीघा में फैले फार्म हाउस के अलावा कई शहरों में संपत्ति की जानकारी मिली है। गौरतलब है कि सरकारी नौकरी छोड़ चुके त्यागी के नाम नोएडा हाउसिंग स्कीम घोटले में भी है।
बता दें कि पिछले दिनों हुई छापेमारी में 20 करोड़ रुपए के कालेधान का खुलासा हुआ है। बुधवार को यूपी राजकीय निर्माण निगम के एडिशनल जनरल मैनेजर के पास से भी 600 करोड़ की संपत्ति मिली है। इस इंजीनियर के पास काफी अवैध संपत्ति है। दिल्ली, देहरादून में कई आवास हैं। इससे पहले आयकर विभाग ने कानपुर में राज्य सरकार के दो अधिकारियों के घर पर छापा मारा था। दोनों अधिकारी पति पत्नी है और वर्तमान में दोनों की नियुक्ति कानपुर में है। इसके अलावा आईटी अधिकारियों ने एक बड़ी ट्रैवेल्स कम्पनी के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी।