दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के 16 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। कैलाश गहलोत के दिल्ली स्थित घर वसंत कुंज से लेकर गुरुग्राम तक आयकर विभाग की छापेमारी हुई है। आयकर विभाग ने ये छापेमारी रिटर्न्स को लेकर की है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कैलाश गहलोत पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला भी दर्ज कर लिया है।
आपको बता दें कि कैलाश गहलोत नजफगढ़ के विधायक हैं। साल 2017 में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में जगह दी थी। कुछ महीने बाद ही गहलोत को गोपाल राय की जगह दिल्ली का परिवहन मंत्री भी बना दिया गया था। कैलाश गहलोत के पास इस समय ट्रांसपोर्ट, रेवेन्यू, इनफॉरमेशन एंड टेक्नॉलजी और कानून मंत्रालय जैसे प्रमुख विभाग हैं। दिल्ली सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं जैसे पूरे दिल्ली में सीसीटीवी लगाना हो या फिर पूरे दिल्ली को वाई-फाई जोन में लाने की जिम्मेदारी गहलोत पर ही है।
Political Vendetta Continues.....
— AAP (@AamAadmiParty) October 10, 2018
हम जनता को सस्ती बिजली दे रहे,
मुफ्त पानी दे रहे,
अच्छी शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था दे रहे,
सरकारी सेवाएं घर-घर तक पहुंचा रहे
और वो CBI, ED से हमारे मंत्रियों-नेताओं के घर छापे पड़वा रहे !
जनता सब देख रही है, 2019 में सारा हिसाब एक साथ करेगी ! https://t.co/DO5SaP5OqQ
वहीं आम आदमी पार्टी ने इन छापेमारी को राजनीतिक एजेंडा बताया है। आम आदमी पार्टी ने इन छापेमारी के बाद ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला बोला। आप ने कहा कि हम जनता को सस्ती बिजली और मुफ्त पानी दे रहे है। अच्छी शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था देने के साथ- साथ सरकारी सेवाएं घर-घर तक पहुंचा रहे। और वो CBI, ED से हमारे मंत्रियों-नेताओं के घर छापे पड़वा रहे । जनता सब देख रही है, 2019 में सारा हिसाब एक साथ करेगी !
नीरव मोदी, माल्या से दोस्ती और हम पर रेड?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 10, 2018
मोदी जी, आपने मुझ पे, सत्येन्द्र पे और मनीष पे भी तो रेड करवाई थीं? उनका क्या हुआ? कुछ मिला? नहीं मिला? तो अगली रेड करने के पहले दिल्ली वालों से उनकी चुनी सरकार को निरंतर परेशान करने के लिए माफ़ी तो माँग लीजिए? https://t.co/GUGEb0dwL5
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर हमला बोला है वहीं नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता ने भी दिल्ली सरकार पर कई आरोप लगाए हैं।
गौरतलब है कि कैलाश गहलोत का इससे पहले भी विवादों भरा नाता रहा है। इससे पहले भी उनपर आचार संहिता का उल्लंघन का मामला चल रहा था, जिसमें चुनाव आयोग ने उनपर एफआईआर दर्ज की थी। हालांकि, बाद में उन्हें कोर्ट से राहत मिल गई थी।
इसके अलावा भी कैलाश गहलोत उन 20 विधायकों में शामिल थे, जिनपर ऑफिस ऑफ प्रोफिट का मामला चल रहा था। इस मामले में भी उन्हें राहत मिल गई थी।