राजस्थान में अपना धर्म भूल एक शिक्षक बच्चों का धर्म परिवर्तन करा रहा था। उसका धर्म था बच्चों को सही राह दिखाना, उसका धर्म था बच्चों को किताबी ज्ञान देना, उसका धर्म था बच्चों को इंसानियत का पाठ पढ़ाना लेकिन वो अपना धर्म भूल बच्चों को एक विशेष धर्म के प्रति उकसा रहा था। वो छात्रों का धर्म परिवर्तन कराने में लगा था। ये घटना है जयपुर के एक स्कूल की। जयपुर के आमेर तहसील के नांगल पुरोहितान, श्रीगोविंदपुरा और मानपुरा माचेड़ी के सरकारी स्कूलों में शिक्षक अलताफ हुसैन बच्चों को धर्म परिवर्तन की शिक्षा देता था और उनसे जबरन नमाज पढ़वाता था। इसकी जानकारी उस वक्त मिली जब बच्चें घर में इस्लामिक धर्म की गतिविधियां करने लगे। जिसके बाद बच्चों के परिजनों ने उनसे बात की और बच्चों ने अपने टीचर अलताफ हुसैन का नाम बताया।

अलताफ बच्चों को नमाज पढ़वाने के लिए मस्जिद ले जाया करता था। बच्चों के मुताबिक, अलताफ उनसे कुरान पढ़वाता था और हमेशा इस्लाम धर्म के बारे में ही बाते करता था। अलताफ केवल स्कूल ही नहीं बल्कि स्कूल के बाद बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर भी इस्लाम धर्म की शिक्षा दे रहा था और इस्लाम धर्म की तरफ बच्चों को आकर्षित करने का काम कर रहा था। इस घटना के सामने आने के बाद से ही अलताफ हुसैन फरार है।

इस घटना के बाद पुलिस अलताफ की खोजबीन में लग गई है। साथ ही वो अन्य स्कूलों में भी जांच-पड़ताल कर रही है कि कहीं अन्य स्कूलों में तो इस तरह की गतिविधियां नहीं हो रही हैं। बता दें कि धर्म गुरुओं ने भी इसका विरोध करते हुए कहा की इस प्रकार की घटनाएं सरकारी विद्यालय में नहीं होने देंगे। इस मामले को दिल्ली तक लेकर जाएंगे कि जहां केंद्र और राज्य सरकारें देश में सौहार्द की भावना बनाए रखने के लिए कार्य कर रही हैं, वहीं देश में ऐसे ऐजंडा बनकर सरकारी अध्यापक बच्चों में धर्म के प्रति नफरत व धर्म परिवर्तन करने का काम कर रहे हैं।

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