प्रदूषित हो चुकी गंगा को तबाह करने का खेल धर्मनगरी हरिद्वार में बेरोकटोक जारी है। सीमेंट, बालू, लोहा, सीमेंट की खाली बोरी और मकान निर्माण में बचे मलबे को डालने का ये वीडियो हरिद्वार का है। जहां एनजीटी के आदेश की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। एनजीटी का साफ तौर से आदेश है कि गंगा में किसी प्रकार का कूड़ा-करकट न डाला जाए,लेकिन हरिद्वार में इन आदेशों पर अमल नहीं किया जा रहा है।
हरिद्वार के निरंजनी अखाड़े के पास श्रवणनाथ नगर में बनी महावर वैश्य धर्मशाला का कार्य चल रहा है और इसमें से निकाला जा रहा मलवा और अन्य कूड़ा करकट गंगा में धड़ल्ले से फेंका जा रहा है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है जो मजदूर वहां पर काम कर रहे हैं, वह पूरा का पूरा मलबा और कूड़ा गंगा की के आंचल को और गंदा करने में दोनों हाथों में फेंका जा रहा है। ये वीडियो गंगा घाटों पर सफाई करने वाली संस्था के लोगों ने बनाया और मौके पर पहुंचकर धर्मशाला के अधिकारियों को गंगा में कूड़ा डालने से मना किया लेकिन गंगा में कूड़ा डालने का सिलसिला जारी है।
गंगा सफाई अभियान से जुडे लोगों ने इसकी शिकायत डीएम कार्यालय और विकास प्राधिकरण में भी की है। लेकिन अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। वहीं पूछने पर एसडीएम मनीष कुमार ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए एक्शन लेने का दावा किया है और कहा कि संबंधित धर्मशाला और भवनों को कानूनी नोटिस दिया जाएगा।
हरिद्वार में गंगा में गंदगी लगातार डाली जा रही है।वहीं हरिद्वार प्रशासन इसे रोकने में नाकाम साबित होता दिख रहा है।