सेन्ट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने रविवार को गुड़गांव को देश का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया। बता दें कि जिन 62 शहरों में हवा की गुणवत्ता की जांच की गई, उनमें सबसे बुरी स्थिति गुड़गांव की रही। यहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स रविवार को 321 मापा गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

CPCB के एयर लैब डिविजन के पूर्व प्रमुख दीपांकर साहा ने बताया कि  ‘गुड़गांव सबसे ज्यादा प्रभावित है क्योंकि यह दिल्ली के पश्चिम में स्थित है और धूल के कण उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रहे हैं। दिल्ली और एनसीआर में आर्द्रता का स्तर काफी ऊंचा है, इसलिए पार्टिकुलेट मैटर हवा की नमी में चिपक जाते हैं। जब तक कि तेज हवा और बारिश नहीं होती, पूरे क्षेत्र में यही स्थिति बनी रह सकती है। हालांकि हम प्रदूषण के लिए जिम्मेदार स्थानीय कारकों को नजरअंदाज नहीं कर सकते।’

जहां एक ओर अधिकारियों ने गुड़गांव की हवा प्रदूषित होने के पीछे अरब प्रायद्वीप से उठे डस्ट स्टॉर्म को जिम्मेदार बताया है वहीं पर्यावरणविदों ने जिम्मेदार एजेंसियों पर अब तक ग्रेडेड रिस्पॉन्स ऐक्शन प्लान (GRAP) का क्रियान्वयन नहीं करने का आरोप लगाया है।

हरियाणा स्टेट पलूशन कंट्रोल बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया, ‘अरब प्रायद्वीप में उठे डस्ट स्टॉर्म से दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार से ही हवा में धूल के कण बढ़ गए हैं। डस्ट स्टॉर्म 27 जुलाई को ओमान में शुरू हुआ था। अगले कुछ दिनों में इसने अरब सागर में प्रवेश किया। अब ये धूल के कण पश्चिमी भारत और दिल्ली-एनसीआर में आ चुके हैं।’

दिल्ली-एनसीआर के अन्य मुख्य शहरों- दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता खराब रही।

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