दुनिया  के सात आजूबों में शामिल ताजमहल को देखने के लिए देश ही नहीं दुनियाभर से लोग आते है। इसकी एक झलक पाने के लिए हर दिन लोगों का सैलाब उमड़ता है। हर दिन 60 हजार से ज्यादा की संख्या में लोग इसके दीदार के लिए आते है, लेकिन अब ताजमहल को देखने वालों की संख्या तय और समय की लीमिट भी तय कर दी गई है।

आपको बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ताजमहल के संरक्षण के लिए कुछ नये कदम उठाने की तैयारी में है। जिनमें वहां आने वाले पर्यटकों की संख्या हर दिन 40,000 सीमित करना और हर पर्यटक के लिए 17वीं सदी के मुगल स्मारक के परिसर में अधिकतम 3 घंटे घूमने की समयसीमा तय करना शामिल है। यह जानकारी संस्कृति मंत्रालय के एक सूत्रों से मिली है।

संस्कृति सचिव रविंद्र सिंह ने मंगलवार को एएसआई के अधिकारियों, आगरा जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की जिसमें यह फैसला लिया। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों टिकटों की बिक्री 40,000 की संख्या पर रोक दी जाएगी।

ताजमहल के दीदार के लिए इस समय संख्या को लेकर किसी तरह की रोकटोक नहीं है।  पर्यचन के मुख्य मौसम में और दूसरे मौकों पर कई बार पर्यटकों की संख्या हर दिन 60,000 से 70,000 तक हो जाती है। अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों की संख्या सीमित करने का फैसला नेशनल इन्वायरनमेंटल इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की रिपोर्ट में दी गयी अंतिम सिफारिश पर आधारित है।

आपको बता दें कि 29 दिसंबर को ताज परिसर में मकबरे में एंट्री के वक्त भगदड़ हुई थी। इस भगदड़ में पांच टूरिस्ट घायल हो गए थे। दरअसल, मकबरे के बंदे होने के वक्त अचानक भीड़ हो गई थी। इस धक्का-मुक्की में गिरने की वजह से 5 लोग घायल हो गए थे।

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