गुजरात में बाढ़ का कहर लगातार जारी है। यहां बारिश से अब तक 75 से ज्यादा लोग और 900 जानवर मारे जा चुके हैं। हजारों की संख्या में लोग बाढ़ में फंसे हैं, जिनको बचाने के लिए लगातार सेना और एनडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इसके साथ ही प्रशासन ने भारी बारिश की आशंका के चलते सौ से ज्यादा गांवों को खाली करवाने का आदेश जारी कर दिया हैं।
बता दें कि बारिश की वजह से गुजरात के बनासकांठा और पाटन जिले में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं। बनासकांठा का धानेरा गांव तो भारी बारिश की वजह से पूरी तरह डूब गया है। यहां बाढ़ का पानी घरों में पूरी तरह से घुस चुका है और सड़कों पर आवाजाही पर रोक लग गई है।
गौरतलब है कि 24 घंटे के भीतर धानेरा में 250 MM, पालनपुर में 255MM, दांतिवाडा में 342 MM हुई बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। वहीं हालात का जायजा लेने के लिए गुजरात सीएम विजय रूपानी ने हवाई दौरा किया है और अब एनडीआरएफ की 6 अतिरिक्त टीम को पुणे से बुलाया है जबकि 14 टीमें पहले से ही बचाव राहत कार्य में लगाई गई हैं।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए राज्य में अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में उत्तर गुजरात और मध्य गुजरात में भारी बारिश की संभावनाएं हैं। यहां इलाके की बनासन और सीपु दोनों ही नदियां उफान पर हैं। इसी के साथ सीपु और दांतेवाडा बांध अपने खतरे के निशान से ऊपर है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए 100 से अधिक गांवों को प्रशासन द्वारा खाली कराया गया है।
बता दें कि यह हाल सिर्फ गुजरात का ही नहीं है बल्कि आधा हिंदुस्तान भारी बारिश के चलते बाढ़ से त्रस्त है। जहां राजस्थान के सिरोही और माउन्ट आबू में हुई भारी बारीश से लोग प्रभावित है वहीं पश्चिम बंगाल के पूर्वी क्षेत्र के शहरों और कई जिलों में भारी बारिश होने से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बंगाल में गंगाई क्षेत्र और निकटवर्ती झारखंड और आसपास के क्षेत्रों में ऊपरी वायु का दबाव बनने और कम दबाव वाले क्षेत्रों की उपस्थिति के कारण भारी बारिश जारी है।