राष्ट्रपति के मुहर लगाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में पांच नए जजों की नियुक्ति की गई। इनमें मद्रास हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय किशन कौल, राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नवीन सिन्हा, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक गुप्ता, केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मोहन एम शांतनागोदर और कर्नाटक हाईकोर्ट के जज एस अब्दुल नजीर शामिल हैं। पांचों जजों ने गुरुवार की सुबह सुप्रीम कोर्ट में शपथ ली।

apn grabसुप्रीम कोर्ट में 31 जजों के पद हैं जिनमे अब तक 23 जज काम कर रहे थे जबकि नए जजों की नियुक्ति होने के बाद कार्यरत जजों की संख्या 28 हो गई है। सुप्रीम कोर्ट में अभी भी 3 जजों के पद खाली रह गए हैं। आमतौर पर ऐसा कम ही होता है कि हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस न होने के बावजूद किसी जज को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया जाए लेकिन इस बार कर्नाटक हाईकोर्ट के जज एस अब्दुल नजीर सुप्रीम कोर्ट के नए जज बनाए गए हैं। हालांकि 1998 में इसी तरह दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस आर.सी लाहोटी को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था।

गौरतलब है कि चीफ जस्टिस जे.एस खेहर की अगुवाई में जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस जे चेलामेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस मदन बी लोकूर के कॉलेजियम ने केंद्र सरकार को इन पांच जजों के नाम नियुक्ति के लिए भेजे थे। इससे पहले पूर्व चीफ जस्टिस टी.एस ठाकुर के कार्यकाल में जजों के नामों की सिफारिश केंद्र को नहीं भेजी जा सकी थी।

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