मथुरा में एक ज्वेलर्स की दुकान में हुई गोलीबारी का मामला अभी सुलझा भी नहीं था की मेरठ के ब्रहमपुरी थाना क्षेत्र के रशीद नगर में एक शोरूम में बाइक सवार तीन बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। हमले में व्यापारी का पुत्र बाल-बाल बच गया इस घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। हमलावरों की करतूत सीसीटीवी में कैद हो गयी। घटना की सूचना मिलने के बाद थाना ब्रह्मपुरी पुलिस और सीओ ने मौके का मुआयना किया।
दरअसल , मेरठ के रशीदनगर निवासी हाजी अफजाल मलिक का लिसाड़ी रोड पर अनस फैशन के नाम से कपड़े का शोरूम है। आज अफजाल का पुत्र तनवीर शोरूम पर बैठा था। तभी लाल पल्सर पर सवार तीन युवक वहां पहुंचे। बाइक पर पीछे बैठे दो युवकों ने शोरूम में बैठे तनवीर को निशाना बनाते हुए पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। हमला होते ही तनवीर जमीन पर लेट गया और उसने छिपकर अपनी जान बचाई । युवकों ने तीन-चार राउंड फायर किए, जिसमें शोरूम के शीशे टूट गए। मात्र कुछ सेकेंड में घटना को अंजाम देकर हमलावर फरार हो गए। उधर, दिनदहाड़े हुई फायरिंग से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और मौके पर सैकड़ो लोगों की भीड़ लग गई।
घटना की जानकारी मिलने के बाद व्यापारी अफजाल भी पहुंच गए। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस को अफजाल ने बताया कि उन्होंने एक वर्ष पहले इलाके के ही बिल्डर डब्बू से इरा गार्डन में एक फ्लैट खरीदा था। फ्लैट की आधी रकम बकाया है, जिसे लेकर उनका डब्बू से विवाद चल रहा है। उन्होंने बताया कि तीन दिन पूर्व उनके मोबाइल पर सुल्तान नाम के व्यक्ति ने काल करके बीस लाख की रंगदारी भी मांगी थी। अफजाल ने डब्बू, मेहराज, वसीम और आमिश को नामजद करते हुए हमले की तहरीर दी है। वहीं पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई है पुलिस फुटेज निकलवाकर आरोपियो की तलाश में जुटी है।
गौरतलब है कि यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल खड़े किये जा रहे हैं। विपक्ष इस मुद्दे पर लगातार हमलावर है। इस मुद्दे पर विधानसभा से लेकर सड़कों तक हंगामा जारी है लेकिन कानून व्यवस्था का अपराधियों में खौफ नजर नहीं आ रहा है। मेरठ से पहले मथुरा में भी दो लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। जबकि दो लोग घायल हुए थे। इस वारदात के बाद व्यापारियों और आम लोगों ने जम कर हंगामा भी मचाया था। यूपी में बढ़ते आपराधिक घटनाओं को देखते हुए पुलिस प्रशासन को सख्त आदेश जारी किये गए हैं। लेकिन अभी तक इसका कोई असर नहीं दिख रहा है ऐसे में अब देखना है सरकार ऐसी वारदातों से निपटने के लिए अब क्या रुख अख्तियार करती है।