अक्सर कुछ राजनेता अपनी डूबती राजनीति करियर की नैय्या को बचाने के लिए विवादित बयान दे सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। बात जब राजनीतिक बयानों की हो तो सपा नेता आजम खां कैसे पीछे रह सकते हैं? 27 जून के सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आजम खां ने भारतीय सेना के मनोबल को तोड़ने के लिए एक विवादित बयान दे डाला। सेना पर आए आजम का बयान राजनीतिक गलियारों में मानो ‘जंगल में लगी आग’ की तरह तेजी से फैल गई। जिसके बाद बीजेपी के एक नेता के बेटे आकाश सक्सेना ने आजम खां के खिलाफ रामपुर थाने में 153ए और 505 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है। मामले की कार्यवाही को लेकर पुलिस अधिकारी अब भी आना कानी कर रहे हैं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने मामले को दर्ज कर जांच पड़ताल शुरु कर दी है।

गौरतलब है कि 27 जून, रामपुर के सपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आजम खां ने भारतीय सेना पर एक विवादित बयान दे डाला था। आजम खां  ने कहा था कि, ’हिन्दुस्तान छह दशक बाद अपने रास्ते से भटक गया है।‘ यहां की सियासत बैलेट के बजाय बुलेट के रास्ते को अपनाना चाहती है। कश्मीर, असम और झारखंड की औरतें सेना के अत्याचारों से तंग आकर जवानों पर हमला करती हैं और उनके निजी अंग काट के अपने साथ ले जाती हैं। उन्हें जवानों के हाथ, पैर और सर से शिकायत नहीं बल्कि उन्हें शिकायत उनके निजी अंगों से है। सेना पर हुए हमले का यह कितना बड़ा संदेश है। इस संदेश से पूरे राष्ट्र को शर्मिंदा होना चाहिए और सोचना चाहिए कि हम पूरी दुनिया में क्या मुंह दिखाएंगे।

वीडियो देखे-

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