डिजिटल होते जा रहे भारत में अब लोग धीरे-धीरे सभी काम घर बैठे मोबाइल से ही कर सकेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्वा में केंद्र सरकार ने देश में डिजिटलाइजेशन की ऐसी जागरूकता फैलाई है कि अब ऑनलाइन पेमेंट की बात हो या इंटरनेट बैंकिंग की, कोई बड़ा व्यवसायी हो या एक आम आदमी सभी लोगों का रूझान डिजिटलाइजेशन की तरफ बढ़ता जा रहा है। इस बदलते भारत के दौर में सरकार ने एक और बेहतरीन कदम उठाया है जिससे नौकरीपेशा लोग घर बैठे एक मोबाइल ऐप के जरिए पीएफ निकाल सकेंगे। एक नए मोबाइल ऐप उमंग के जरिए ईपीएफओ अपने करीब 4 करोड़ सदस्यों के लिए ऑनलाइन ईपीएफ निकासी प्रक्रिया का विकास कर रहा है।
श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने लोकसभा में इस बात की जानकारी देते हुए कहा इस एप्लीकेशन को नए दौर के अनुरूप यूनिफाइड मोबाइल एप उमंग के साथ एकीकृत किया जाएगा ताकि दावा ऑनलाइन प्राप्त किया जा सके। ईपीएफओ को भविष्य निधि की निकासी, पेंशन निर्धारण या पीड़ित परिवार द्वारा समूह बीमा प्राप्त करने के लिए औसतन एक करोड़ आवेदन प्राप्त होते हैं। जानकारी के मुताबिक अभी तक ईपीएफओ के देशभर के 123 ऑफिसों में से 110 को केंद्रीय सर्वर से जोड़ दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक यह सुविधा शुरू करने के लिए सभी कार्यालयों को तकनीकी रूप से केंद्रीय सर्वर से जोड़ना जरूरी है।
कुछ दिनों पहले केंद्रीय भविष्य निधी आयुक्त ने कहा था कि ईपीएफओ मई से ऑनलाइन क्लेम सेटल करने की तैयारी कर रहा है। साथ ही आयुक्त ने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया की शुरुआत करने के बाद संगठन का लक्ष्य आवेदन करने के तीन घंटे के भीतर पीएफ संबंधी दावों का निपटारा करना है। फिलहाल मौजूदा स्कीम के तहत ईपीएफओ के लिए पेंशन निर्धारण या पीएफ निकासी के दावे आवेदन मिलने के 20 दिन के भीतर निपटाना जरूरी है।