फर्जी डिग्री के आरोपों के घिरे दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष अंकिव बसोया से अखिल भारतीय विद्धार्थी परिषद (ABVP) ने इस्तीफा देने को कहा। जिसके बाद अंकित ने अपना इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं जांच होने तक ABVP ने अंकित को सभी पदों से भी हटा दिया है। एक बयान में कहा कि जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक बसोया अध्यक्ष पद पर नहीं रह सकते।

गुरुवार शाम संगठन ने एक और बयान जारी किया। इसमें साफ किया कि बसोया को निलंबित किया गया है बर्खास्त नहीं। अंकिव के इस्तीफे के बाद एनएसयूआई ने फिर से चुनाव कराने की मांग की है। बता दें, अंकिव बसोया ने इसी साल सितंबर महीने में दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ का चुनाव जीता था।

एबीवीपी के चुनाव जीतने के बाद एनएसयूआई और अन्य छात्र संगठनों ने अंकिव बसोया की डिग्री और एडमिशन पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे। एनएसयूआई ने अंकिव बसोया पर आरोप लगाया था कि यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया है, तो एबीवीपी ने कहा था कि बसोया की ओर से जमा किए गए दस्तावेजों की उचित जांच-पड़ताल के बाद ही यूनिवर्सिटी ने उन्हें दाखिला दिया था।

उस वक्त एनएसयूआई ने तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी की ओर से भेजा गया एक पत्र जारी किया था। एनएसयूआई की ओर से मांगी गई जानकारी पर तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी ने यह पत्र भेजा था। कांग्रेस के छात्र संगठन ने कहा था कि बसोया की ओर से सौंपा गया बी.ए का प्रमाण-पत्र ‘फर्जी’ है। एनएसयूआई ने कहा था कि एम.ए(बौद्ध अध्ययन) में दाखिले के लिए बसोया की ओर से एक मार्कशीट पेश की गई थी, लेकिन तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी ने ऐसे किसी नाम के छात्र को दाखिला देने की बात से इनकार कर दिया।

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