देश में डिजिटल जनगणना की तैयारी है। मानसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने मंगलवार को संसद में बताया कि इस बार जनगणना (Census 2021) में जाति के आंकड़े जारी नहीं किए जाएंगे। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में जनगणना 2021 पर एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि इस स्तर पर जाति के आंकड़े जारी करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।

डिजिटल जनगणना प्रावधान

गृह मंत्रालय ने लोकसभा में ये भी बताया कि होने वाली जनगणना पहली डिजिटल जनगणना होगी और इसमें स्व-गणना का प्रावधान है। आंकड़ों के संग्रह के लिए मोबाइल ऐप और जनगणना से संबंधित कई गतिविधियों के प्रबंधन और निगरानी के लिए एक जनगणना का एक पोर्टल बनाया गया है।

ये भी पढ़ें- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया केंद्र सरकार से आग्रह, कहा देश में एक बार जाति आधारित जनगणना जरूर हो

जाति के आंकड़े नहीं किए जाएंगे जारी
बता दें कि इससे पहले 27 जुलाई को सरकार ने कहा था कि जनगणना-2021 के तहत जमीनी कार्यों को कोरोना वायरस महामारी के चलते अगले आदेश तक के लिए टाल दिया गया है। नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनगणना 2 चरणों में होनी थी। पहले चरण के तहत अप्रैल-सितंबर, 2020 के दौरान मकानों की सूची बनाना और मकानों की गणना करना था। दूसरे चरण में 9 फरवरी से 28 फरवरी, 2021 के बीच जनसंख्या की गिनती की जानी थी।

जनगणना का क्या फायदा
आजादी के बाद भारत में जनगणना कानून 1948 और 1990 के नियमों के तहत जनगणना की जाती है। और उसके आंकड़ों के आधार पर राज्य और केंद्र सरकार अपनी नीतियां बनाते हैं। हर 10 साल पर जनगणना की जाती है। वैसे तो 2021 की जनगणना मार्च के महीने में होनी थी लेकिन कोविड-19 की वजह से इस प्रक्रिया में देरी हो गई है। इसके पहले एक फरवरी 2021 को पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल जनगणना के लिए 3750 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। जिसमें कुल 31 लाख कर्मचारी भाग लेंगे। देश में साल 1860 से जनगणना की जा रही है।

क्या है डिजिटल जनगणना

अभी तक जो जनगणना होती आई है, उसमें सरकारी कर्मचारी प्रत्येक घरों में जाकर लोगों से एक फॉर्म भरवाते हैं। जिसमें परिवार के प्रत्येक सदस्य की जानकारी डाली जाती है। लेकिन इस बार जनगणना कर्मचारी आपके घर, स्मार्टफोन और टैबलेट लेकर पहुंचेंगे और सभी जानकारी उसमें डिजिटल रूप से फीड की जाएगी। इस प्रक्रिया को ही डिजिटल जनगणना कहा जाता है। इसके तहत आप अपनी जानकारी जहां संबंधित कर्मचारी के जरिए फीड करा सकेंगे। वहीं आपको पहली बार ऐसी सुविधा भी मिलेगी, जिसमें आप स्वयं पोर्टल या ऐप के जरिए फीड कर सकेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here