उत्तर प्रदेश के डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला एक बार फिर से सुर्खियों में है।
इस बार शुक्ला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे एक खत के कारण सोशल मीडिया पर वायरल हैं। शुक्ला ने सीएम को लिखे खत में लिखा है कि , ‘मैं रिटायर होने वाला हूं। अलग-अलग विभागों में जो पद खाली हैं, उनमें से कहीं अध्यक्ष बनवा दीजिए। यही नहीं उन्होंने आगे कहा कि आपके निर्देशों पर चलकर आपकी सहायता करता रहूंगा। राजनीति में भी मदद करूंगा।’ हालांकि जब यह खबर बाहर आई तो शुक्ला ने खत लिखने वाली बात से साफ इनकार कर दिया।
बता दें कि जो खत अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वह 23 जुलाई की है।
डीजी से जब इस खत को लेकर पूछा गया तो उन्होंने खत लिखने की बात को सिरे से नकार दिया। लेकिन खत में लिखी बातों से ऐतराज नहीं जताया। बोले- “किसी ने मेरे दस्तखत कॉपी-पेस्ट करके इस खत पर इस्तेमाल किए हैं। ये मैंने नहीं लिखा। लेकिन अगर कोई पद दिया ही जाता है, तो जरूर लूंगा।
खत में डीजी शुक्ला ने खुद ही योगी को प्रदेश के 4 बड़े और खाली पद गिना डाले, जिन पर रिटायरमेंट के बाद उनकी नियुक्ति की जा सकती है। ये पद हैं- उप्र योजना आयोग उपाध्यक्ष, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड अध्यक्ष, राज्य समाज कल्याण बोर्ड अध्यक्ष और उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अध्यक्ष।
वहीं 1982 बैच के आईपीएस शुक्ला पहले भी सीएम योगी से मिलने पहुंच चुके हैं। गुलदस्ता देते हुए तस्वीर भी सामने आई थी। अब जब वो 31 अगस्त को रिटायर होने वाले हैं, तो ये खत सामने आ गया है, जिसमें लिखा है- “आपने अपनी ईमानदारी से प्रदेश को शांति और विकास के जिस मार्ग पर आगे बढ़ाया है, उसका मैं मन की गहराइयों से प्रशंसक हूं। आपके इस ऐतिहासिक काम में सहयोगी बनना चाहता हूं। मेरी पेंशन परिवार के लिए पर्याप्त होगी। मैं राजनीति में आपका सहयोग करना चाहता हूं।
दरअसल, इससे पहले भी यूपी में दो अधिकारियों को रिटायर होने के बाद नए पदों नियुक्ति दी गई है। कृषि उत्पादन आयुक्त आरपी सिंह को विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष, जबकि चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार को रेरा का अध्यक्ष बनाया गया था।
बता दें कि इससे पहले डीजी होमगार्ड शुक्ला राम मंदिर बनवाने का सार्वजनिक तौर पर संकल्प तक ले चुके हैं। उन्होंने लखनऊ में एक कार्यक्रम में बाकायदा रामभक्तों को जुटाया गया और जल्द राम मंदिर बनाने की शपथ ली थी। इसका वीडियो भी सामने आया था, जिसके बाद कांग्रेस ने डीजी पर कार्रवाई की मांग की थी।