दिल्ली से प्रदूषण और स्मॉग की छाया का संकट टला नहीं है। दो दिसंबर को एक बार फिर दिल्ली का दम घुट सकता है। सफर के अलर्ट के अनुसार 2 दिसंबर को बादल छाएंगे, टेंपरेचर भी कम रहेगा। इसी वजह से दिल्ली-एनसीआर में इनवर्जन लेयर बनेगी जो प्रदूषक तत्वों को जमने में मदद करेगी। यह स्थिति कितने दिनों तक रहेगी इसका आकलन फिलहाल नहीं दिया गया है।

बीते तीन दिनों से दिल्ली में स्मॉग की परत दोबारा नजर आ रही है, लेकिन यह हल्की है। लेकिन प्रदूषण का पूर्वानुमान करने वाली विभिन्न एजेंसियां दावा कर रही हैं कि स्मॉग की परत मोटी होने की संभावनाएं काफी अधिक हैं। बुधवार को प्रदूषण के स्तर में काफी इजाफा हुआ।

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दिल्ली का एयर इंडेक्स 358 दर्ज हुआ, जबकि एनसीआर के दो शहर खतरनाक श्रेणी में रहे। इनमें भिवाड़ी और गाजियाबाद में एयर इंडेक्स 404 रहा। वहीं फरीदाबाद का एयर इंडेक्स 338, ग्रेटर नोएडा का 375, गुरुग्राम का 216 और नोएडा का 366 रहा। जबकि बीते मंगलवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स महज 316 था।

सफर की मानें तो, अगले दो दिनों तक एयर इंडेक्स में थोड़ा बहुत इजाफा होगा, लेकिन लोगों को इतनी ही परेशानियां होती रहेंगी। धूप हल्की होने लगी है, लेकिन प्रदूषक तत्वों की वजह से सूर्य की गर्मी नीचली स्तह पर ट्रेप हो रही है, जिसकी वजह से तापमान भी गिर नहीं रहा है। लेकिन दो दिनों बाद प्रदूषण काफी ज्यादा बढ़ सकता है।

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स्काईमेट के चीफ मेट्रोलॉजिस्ट महेश पलावत के अनुसार, एक दिसंबर तक उत्तर पश्चिमी हवाएं 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती रहेंगी। लेकिन इसके बाद दो दिसंबर से एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय है, जिसकी वजह से हवाओं के रुख में बदलाव आएगा। दो दिसंबर से हवाएं दक्षिणी पूर्व या दक्षिणी पश्चिमी से आएंगी।

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