आईपीएल के ग्यारहवें सीजन में बेहद दबाव में चल रही दिल्ली के खिलाड़ियों का मनोबल उस वक्त बढ़ गया जब उन्होंने कोलकाता के खिलाफ जीत हासिल की। गौतम गंभीर के कप्तानी छोड़ने पर श्रेयस अय्यर ने टीम की बागडोर संभाली। श्रेयस का फॉर्म कप्तान बनने के बाद भी जारी रहा। श्रेयस ने 93 रनो की शानदार पारी खेली जिसकी बदौलत दिल्ली की टीम जीत की पटरी पर लौट आई।

दिल्ली के कप्तान नॉट आउट रहे। दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर के अलावा पृथ्वी शॉ ने भी हाफसेंचुरी लगाई। इन दो खिलाड़ियों की बेहतरीन पारियों की बदौलत दिल्ली डेयर डेविल्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स के सामने जीत के लिए 220 रनों का लक्ष्य रखा। दिल्ली के गेंदबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया। अमित मिश्रा के अलावा ट्रैंट बोल्ट, ग्लेन मैक्सवेल और आवेश खान ने दो-दो बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।

कोलकाता की टीम 20 ओवर में 164 रन ही बना पाई। नए कप्तान श्रेयस अय्यर की अगुवाई में दिल्ली की टीम बदली हुई नजर आ रही थी। दिल्ली डेयर डेविल्स के खिलाड़ी सकारात्मक सोच के साथ उतरे। कप्तान खुद टीम के लिए रन बनाकर उदाहरण पेश कर रहे थे। छोटे कद के पृथ्वी शॉ दनादन रन बनाने में लगे रहे। सिर्फ 38 गेंदों पर उन्होंने अपनी हाफसेंचुरी पूरी कर ली। इस दौरान छह चौके और एक छक्का लगाया। उधर दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर बड़ी गंभीरता से बल्लेबाजी कर रह थे। उन्होंने पृथ्वी शॉ को हाथ खोलने के पूरे मौके दिए।

कोलकाता की तरफ से सुनील नरेन ने तेज शुरुआत की। बाद में आंद्रे रसेल और गिल ने उम्मीद जताई लेकिन दिल्ली के गेंदबाजों ने दोनों को एन वक्त पर पवेलियन भेजकर कोलकाता को बेहद दबाव में ला दिया। दबाव से कोलकाता की टीम उबर नहीं पाई और दिल्ली ने जीत हासिल कर ली। टूर्नीमेंट में दिल्ली ने 7 मैच खेलकर सिर्फ 2 जीत हासिल की है। टूर्नामेंट में बने रहने के लिए दिल्ली को लगातार जीत हासिल करनी होगी। देखना है श्रेयस अय्यर की अगुवाई में टीम बचे हुए मुकाबलों में जीत की लय को बरकरार रख सकती है या नहीं।

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