उत्तराखंड में महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आ रहा है। ऐसा सनसनीखेज दावा खुद राज्य के खेल मंत्री कर रहे हैं। राज्य के खेल मंत्री अरविन्द पांडेय ने क्रिकेट संघों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो सुधर जाएं, नहीं तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
एक साक्षात्कार में पांडेय ने कहा कि बेहद अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि कुछ नीची कैटेगरी के लोगों की वजह से आज उत्तराखंड के होनहार खिलाड़ी उत्तराखंड से न खेलकर किसी अन्य राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि खेल संघों में काबिज कुछ लोग महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण और रेप करते रहे हैं। वे खेल के नाम पर महिला क्रिकेट खिलाड़ियों का जीवन बर्बाद करते हैं। खेल मंत्री ने यह भी दावा किया कि उनके पास ऐसे सभी खिलाड़ियों की जानकारी भी है, जिनके साथ रेप हुआ है।
पांडेय ने कहा कि उनके पास ऐसे लोगों के खिलाफ पूरे पुख्ता सबूत हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज कराने से कतई गुरेज नहीं किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि वे उत्तराखंड के भविष्य से किसी को भी खिलवाड़ करने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि अगर उनके मंत्री रहते ये सब नहीं रूका, तो उन्हें खेल मंत्री बने रहने का भी कोई अधिकार नहीं है। वह बिना देर किए अपने खेल मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।
उधर मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा जिन खिलाड़ियों का शोषण हुआ है वे सामने आए। सरकार आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में वह खेल मंत्री अरविंद पांडेय से भी बात करेंगे।
हालांकि प्रमुख सवाल ये है कि अगर खेल मंत्री को ऐसी बातें पता है और उनके पास पुख्ता सबूत भी हैं तो अब तक कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही?