Corona Update: कोरोना और उसका नया वैरिएंट ओमिक्रॉन देश में तेजी से फैलता जा रहा है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के साथ-साथ राजघानी दिल्ली में कोरोना के मामले खतरनाक तरीके से बढ़ने लगे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तों देश में पिछले 24 घंटों में 13154 नए कोरोना के मामले दर्ज किए गये हैं।
अगर हम मुंबई की बात करें तो यहां बुधवार को एक दिन में 2510 नए संक्रमण के मामले सामने आये हैं। वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के एक दिन के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शाम के करीब साढ़े सात बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 923 केस की पुष्टि हुई है जो कि 30 मई के बाद सर्वाधिक है।
दिल्ली में Corona के 946 नये मामले दर्ज
इससे पहले दिल्ली में बीते 30 मई को 946 मामले सामने आए थे और 78 मरीजों की मौत हो गई थी। 30 मई को संक्रमण दर 1.25 फीसदी दर्ज किया गया था वहीं बीते बुधवार का संक्रमण दर 1.29 फीसदी रहा।
Corona के बाद अगर हम ओमिक्रॉन की बात करें तो सबसे अधिक 252 मामले महाराष्ट्र से मिले हैं, जबकि 238 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है। वहीं गुजरात 97 मामलों के साथ तीसरे पायदान पर है। इसके अलावा राजस्थान में 69, तेलंगाना में 62 और तमिलनाडु में 45 मामले दर्ज हुए हैं।
कोरोना और ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों- महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात और मध्यप्रदेश ने रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा दिया है और कोविड प्रोटोकॉल के कड़े दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं।
पूरे देश में Corona के कुल 2510 नये केस मिले
पूरे देश में एक दिन में कोरोना के कुल 2510 नए मामले दर्ज होने से मोदी सरकार चिंतित हो उठी है। Corona की संक्रमण दर एक फीसदी पार करने के बाद भी दिल्ली में यलो अलर्ट ही लागू रहेगा। सरकार अभी अंबर अलर्ट लागू कर पाबंदियां सख्त नहीं करेगी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में बुधवार शाम यह फैसला लिया गया।
डीडीएमए का मानना है कि संक्रमण दर बढ़ने के बाद भी हालात काबू में हैं। अस्पतालों में बेड खाली हैं और ऑक्सीजन भी पर्याप्त है। इससे पहले बुधवार शाम उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में डीडीएमए की बैठक हुई। इसमें कोविड के मौजूदा हालात पर समीक्षा की गई। इसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत उनके कैबिनेट सहयोगी व वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री का मानना था कि अभी हालात काबू में हैं। अस्पतालों में बड़ी संख्या में बेड खाली पड़े हैं। बैठक में उपराज्यपाल ने निर्देश दिया कि सभी एजेंसियां सुनिश्चित करें कि येलो अलर्ट की बंदिशें सख्ती से लागू हों। टेस्टिंग, ट्रैकिंग व ट्रीटिंग की रणनीति पर आगे चलने की सलाह अधिकारियों को दी गई। वहीं, स्वास्थ्य विभाग को अपनी तैयारियां चुस्त दुरुस्त रखने को कहा गया है।
वहीं उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां भी कोरोना के नए मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। राज्य में बीते 48 घंटे में संक्रमण के मामलों में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि महज 24 घंटे में कोरोना के 118 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। राजधानी लखनऊ में 25 नए मामलों की पुष्टि की गई है।
Corona के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के चलते बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाई लेवल मीटिंग की और प्रदेश के चिकित्सा इंतजामों की गंभीरता से पड़ताल के निर्देश दिए। सीएम योगी ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी स्वयं जिले के प्रत्येक हॉस्पिटल में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का भौतिक सत्यापन करें।
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अमित मोहन प्रसाद ने इस मामले में बताया कि जब से कोविड आया तब से प्रदेश में एपिडेमिक एक्ट लगा हुआ है। एपिडेमिक एक्ट 2020 की अवधि 31 दिसंबर 2021 को खत्म हो रही थी। जिसे बढ़ा कर 31 मार्च 2022 तक लागू किया गया है।
यूपी में कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए अब तक 07 करोड़ 15 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी हैं. यूपी में अब सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 473 हो गई है।
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