केन्द्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे तीन तलाक के मामले में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। रवि शंकर प्रसाद आज यहां पत्रकारों से कहा कि न्यायालय ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार देने के बाद इस पर कानून बनाया गया और लोकसभा में इसे पास कर दिया लेकिन कांग्रेस के कारण यह राज्यसभा में अभी लंबित हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पर अपना रुख स्पष्ट नहीं कर रही हैं और वह राज्यसभा में इसका विरोध करती हैं। उन्होंने कहा कि यह किसी धर्म एवं पूजा का सवाल नहीं हैं बल्कि यह महिला के प्रति न्याय एवं उसकी गरिमा का सवाल हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के 22 देशों ने तीन तलाक को नियंत्रित किया हैं।

उन्होंने कांग्रेस नेता कमलनाथ के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि ज्यों ज्यों चुनाव नजदीक आ रहे है कांग्रेस की हताशा बढ़ती जा रही है और इस कारण उसके नेता इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस का दोहरा चेहरा सामने आ रहा हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हताशा के कारण ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिताजी एवं माताजी पर स्वर उठाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नोटबंदी और वस्तु सेवा कर (जीएसटी) का विरोध कर रहे हैं और जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहते हैं लेकिन नोटबंदी देश को ईमानदार बनाने की कोशिश हैं। उन्होंने बताया कि इससे देश में दो लाख 24 हजार कंपनियों का पंजीयन किया गया जिससे आठ हजार करोड़ रुपए का टैक्स आया।

सरकार के राहुल गांधी के सवाल का जवाब नहीं देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गांधी की अह्म की संतुष्टि के लिए बहस नहीं की जा सकती। राममंदिर मामले पर अध्यादेश लाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संवैधानिक दायरे में काम किया जायेगा। मुस्लिमों के सवाल पर प्रसाद ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास पर काम किया जा रहा हैं और केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 12 करोड़ लोगों को लाभान्वित किया गया है, इसमें मुस्लिम भी हैं।

उन्होंने कहा कि एक करोड़ दस लाख व्यापारी जीएसटी के दायरे में आये हैं। इनमें 63 लाख नये व्यापारी हैं। उन्होंने कहा कि जीसएसटी से एक लाख करोड़ रुपए टैक्स के रुप में आये हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-14 में आयकर भरने वाले तीन करोड़ 82 लाख लोग थे जो वर्ष 2017-18 में बढ़कर छह करोड़ 86 लाख हो गये। इसी तरह वर्ष 2013-14 में कर के रुप में छह लाख 38 हजार करोड़ रुपए जमा हुए जबकि वर्ष 2017-18 में दस लाख दो हजार करोड़ रुपए आये। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की वसुंधरा सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य में आईटी क्षेत्र में अच्छा काम किया गया हैं।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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