मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में सीएम पद का कार्यभार संभालते ही अशोक गहलोत ने किसानों की कर्ज माफी का आदेश दे दिया। राजस्थान सरकार ने किसानों द्वारा 30 नवंबर 2018 तक लिए गए 2 लाख तक के कर्ज माफ करने का आदेश जारी कर दिया है।
ऋण माफी के बाद राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट में लिखा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी द्वारा किए गए वादे के अनुसार हमारी सरकार ने किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा कर दी है – कांग्रेस जो कहती है वह करती है!’
कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी द्वारा किए गए वादे के अनुसार हमारी सरकार ने किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा कर दी है – कांग्रेस जो कहती है वह करती है!
— Sachin Pilot (@SachinPilot) December 19, 2018
विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो किसानों के 2 लाख तक के ऋण माफ किए जाएंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथग्रहण के चंद घंटों बाद ही किसानों के कर्जमाफी संबंधी फाइलों पर दस्तखत कर दिए थे। जिसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शपथ ग्रहण के फौरन बाद कर्जमाफी की घोषणा कर दी थी।
कांग्रेस अध्यक्ष श्री #RahulGandhi जी ने इलेक्शन कैम्पेन में वादा किया था कि हमारी सरकार बनेगी तो हम 10 दिन के अंदर किसानों का कर्जा माफ़ करेंगे और हमने मेनिफेस्टो में भी यह बात की थी।
अपने कमिटमेंट को पूरा करने के लिए हम प्रदेश में पात्र किसानों का 2 लाख रु. तक का ऋण माफ़ करेंगे pic.twitter.com/tT0ddiDmka— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 19, 2018
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्जमाफी की जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वादा किया था, जिसे 10 दिन के भीतर पूरा करना था। इस आदेश के तहत कोऑपरेटिव बैंकों के किसानों का पूरा कर्ज माफ होगा। जबकि जो किसान कमर्शियल बैंक के ऋण नहीं चुका पाए और बैंक के डिफाल्टर हैं, उनका दो लाख तक का कर्ज माफ होगा।
उन्होंने बताया कि वसुंधरा सरकार ने 2000 करोड़ तक का कर्ज माफ किया था और 8000 का करोड़ का कर्ज़ छोड़ दिया। इस ऋण माफी से सरकार पर 18000 करोड़ का भार पड़ेगा और 30 नवंबर 2018 तक के ऋण माफ किए जाएंगे।