राम मंदिर का बनना सिर्फ राम नाम की जय-जयकार ही नहीं है बल्कि ये बीजेपी की भी जय-जयकार कहलाएगी। भले ही मामला सुप्रीम कोर्ट में हो लेकिन बीजेपी साम-दाम-दंड-भेद लगाकर राम मंदिर का निर्माण करवाना चाहती है। इसी के मद्देनजर सीएम योगी ने एक बार फिर राम नाम का जाप जपा है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाबरी मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टलने से नाराज संतों को अयोध्या में होने वाली भव्य दिवाली के दौरान मनाएंगे। सीएम योगी का कहना है कि वह इस दिवाली पर राम मंदिर मामले पर अच्छी खबर लेकर अयोध्या जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह ऐलान बुधवार को लखनऊ में अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर एक निजी चैनल से बातचीत में किया। राम मंदिर की सुनवाई टलने से संतों में खासी नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि सैकड़ों साल से राम मंदिर का मुद्दा चल रहा है। एक तारीख बढ़ने से संतों को धैर्य नहीं खोना चाहिए। वे संतों से इस बारे में बातचीत करेंगे।
सीएम ने कहा कि राम मंदिर देश व दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा मुद्दा है। साथ ही यह देश खासकर उत्तर प्रदेश के शांति, सौहार्द, विकास और कानून-व्यवस्था से जुड़ा मसला भी है। जैसा पिछले साल कहा था, वह अच्छी खबर लेकर ही अयोध्या जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “अयोध्या में राम मंदिर था, राम मंदिर है और राम मंदिर रहेगा। हम चाहते हैं कि सर्वसम्मति से इसका हल निकले, अन्यथा और भी विकल्प है।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा-सबरीमाला विवाद की तरह राम मंदिर पर भी जल्द फैसला दे सुप्रीम कोर्ट
सीएम योगी ने कहा कि यह न्यायपालिका 130 करोड़ देशवासियों की जनविश्वास की प्रतीक है। हमें न्यायालय पर विश्वास करना चाहिए। जो होगा अच्छा होगा और यह मसला अच्छी दिशा में जाएगा। योगी ने कहा कि वे इतना जरूर कहेंगे कि न्याय सरल हो, न्याय समय पर हो और सस्ता हो लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले की सुनवाई जनवरी तक टाल दी है, इससे आपको निराशा नहीं हुई है। हम न तो सफलता से अति उत्साहित होते हैं और न किसी एक घटना की असफलता से हतोत्साहित होते हैं।