उत्तर प्रदेश की राजनधानी लखनऊ में आज से मेट्रो की शुरुआत हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी ने मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर लखनऊ वासियों को सौगात दे दी है। इस मेट्रो के उद्घाटन के दौरान योगी ने लखनऊ मेट्रो के एमडी केशव कुमार बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने तीन साल का काम दो साल में पूरा कर दिया है। साथ ही साथ प्रधान सलाकार मेट्रो मैन श्रीधरन को भी धन्यवाद दिया। नवाबों के शहर में पहले की तरह बग्घी (घोड़े की सवारी) के बजाय अब लोग मेट्रो की सवारी करेंगे। लखनऊ मेट्रो कुल साढ़े 8 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।

यह मेट्रो कानपुर रोड के ट्रांसपोर्ट नगर से शुरू होगी जो कृष्णानगर, श्रृंगारनगर, आलमबाग बस स्टैंड, मवैया, दुर्गापूरी से होते हुए चारबाग रेलवे स्टेशन तक जाएगी। मेट्रो का किराया 10 रुपये से 60 रुपये तक होगा।

लखनऊ मेट्रो देश की पहली मेट्रो है जो रिकॉर्ड सबसे कम समय में बनकर तैयार हुई है। इस पर 2000 करोड़ रुपये का खर्च आया है। लखनऊ मेट्रो आम लोगों के लिए बुधवार से खोली जाएगी। लखनऊ मेट्रो रोजाना सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी।

मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक, मार्च 2019 तक मेट्रो का पूरा काम कर लिया जाएगा। हालांकि कार्य प्रगति पर है और अंडरग्राउंड के लिए खुदाई चल रही है। ऐसे में एक ट्रेन में क़रीब 1100 लोग एक बार में सफर कर सकते हैं।

यह पूरी परियोजना 6880 करोड़ रुपये की है, जिसमें 1300 करोड़ रुपये भारत सरकार के द्वारा प्रदान किया गया है। इस परियोजना में 2078 करोड़ उत्तर प्रदेश सरकार का है और 3502 करोड़ रुपये यूरोपियन इंवेस्टमेंट बैंक ने लोन की स्वीकृति दी है।

Yogi Adityanathबता दें लखनऊ मेट्रो पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था। उन्होंने मेट्रो की शुरुआत 2013 में की की। लेकिन इस काम ने रफ्तार 2014 में पकड़ी। 3 साल में इसके ट्रैक का काम पूरा कर लिया गया। हालांकि पिछले साल दिसंबर में ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ मेट्रो के ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाई थी। ऐसे में अखिलेश यादव इस मेट्रो का श्रेय बीजेपी को नहीं देना चाहते हैं। अब दोनों ही सरकारों में श्रेय लेने की होड़ मची है। जिसे लेकर कल अखिलेश यादव ने ट्वीटर पर मेट्रो ट्रायल से संबंधित कई तस्वीरों को साझा करते हुए ट्वीट किया कि, “इंजन तो पहले ही चला दिया था…डिब्बे तो पीछे ही आने थे”। ऐसे में उद्घाटन से पहले मेट्रो पर राजनीति की शुरुआत भी हो गई।

लखनऊ में मेट्रो का चलना अपने आप में खास है। अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस कर इस मेट्रो को तैयार किया गया है। लखनऊ मेट्रो ट्रेन सभी स्टेशनों पर खुद-ब-खुद रुकेगी। मेट्रो के पहियों से बिजली भी पैदा की जाएगी। मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों पर कंट्रोल रूम से निगरानी की जा सकेगी।

किसी भी इमरजेंसी में मेट्रो पर कंट्रोल रूम से ही ब्रेक लगाया जा सकेगा। जिससे आम लोगों किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो सके। जगह-जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं और लखनऊ मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा पीएसी निभाएगी।

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