भारत के विश्लेषकों ने जो अनुमान लगाया था, ठीक उसी के अनुसार चीन खरा भी उतरा। डोकलाम विवाद पर पीछे हटकर एकबार फिर चीन डोकलाम सीमा के आसपास मुस्तैदी से खड़ा हो गया है और सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। चीन ने डोकलाम से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर बनी एक सड़क को चौड़ा कराने का काम शुरू किया है। चीन ने इस सड़क निर्माण परियोजना के लिए सैंकड़ो कामगारों के साथ करीब 500 चीनी सैनिकों को भी तैनात किया है। हालांकि भारत ने अभी चीन की ओर से ताजा सड़क निर्माण का विरोध नहीं किया है।
डोकलाम इलाके को भूटान और चीन दोनों ही अपना अपना इलाका बताते हैं और भारत भूटान का समर्थन करता है। जून के मध्य में भारतीय सैनिकों ने सिक्किम में सीमा पार कर चीनी सड़क निर्माण का काम रोक दिया था। यह सड़क भारत के लिए भू-सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण भारतीय जमीन के उस टुकड़े के पास बन रही थी जिसे ‘चिकन नेक‘ के नाम से जाना जाता है। यह इलाका भारत को इसके उत्तर-पूर्वी राज्यों से जोड़ता है।
सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार ने कहा है कि चीन द्वारा इस इलाके में किसी और गतिरोध की शुरुआत की आशंका कम है। कहा ये भी जा रहा है कि डोकलाम के विवादित स्थान से करीब 10 किलोमीटर उत्तर और पूर्व में स्थित इस सड़क को चीन इसलिए मजबूती से तैयार कर रहा है ताकि वह डोकलाम में अपने दावे को मजबूती से रख सके। हालांकि भारतीय सेना पूरी तरह से चीन के गतिविधियों पर नजर डाली हुई है। हाल ही में भारत के एयर चीफ ने भी कहा है कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने में तैयार है।