आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, ‘सत्तारूढ़ बीजेपी का विरोध करने वाली पार्टियां राष्ट्र की रक्षा करने के लिए एक होंगी क्योंकि लोकतंत्र खतरे में है।’
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी से जब पत्रकारो ने पूछा कि 2019 में महागठबंधन का चेहरा कौन होगा, तो ममता ने कहा, ‘हर कोई महगठबंधन का चेहरा होगा।’ उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं। उन्होंने कहा आज हमने भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा की। हम आपको एक चीज बता सकते हैं कि देश को बचाने के लिए बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में हम सभी एकजुट हैं।’
इस दौरान नायडू ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘एक वरिष्ठ नेता के तौर पर मेरी और ममताजी की कुछ जिम्मेदारियां हैं। हमें देश और लोकतंत्र को बचाना है। हमें संस्थाओं की रक्षा करनी है। आप पिछले कुछ दिनों से देख रहे हैं कि लोकतंत्र खतरे में है। सीबीआई, ईडी, आरबीआई समेत अन्य दूसरी संस्थाओं पर दबाव है।’
इससे पहले टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने 22 नवंबर को दिल्ली में होने वाली विपक्ष की बैठक स्थगित करने की घोषणा की। बीजेपी विरोधी प्रस्तावित मोर्चे का खाका तैयार करने के लिए यह फैसला किया गया है। नायडू ने कहा, ‘हम चुनावों के चलते पहले 22 नवंबर को बैठक करना चाहते थे। हम संसद (शीतकालीन सत्र) से पहले इसे करना चाहते हैं।’
उन्होंने कहा, जो लोग बीजेपी का विरोध कर रहे हैं वे इसमें शामिल हो सकते हैं और चर्चा कर सकते हैं। हम राष्ट्र को बचाने के लिए इस अजेंडा पर आगे बढ़ने के वास्ते एक कार्यक्रम का खाका तैयार करेंगे। बैठक की नई तारीख के बारे में फैसला शीघ्र ही किया जाएगा।
बता दें विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे नायडू ने राहुल गांधी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला समेत कई नेताओं से मुलाकात की है।