केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) जल्द ही स्कूली छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई कराएगा। इसके लिए सीबीएसई ने कक्षा 8, 9 और 10वीं में वैकल्पिक विषय के तौर पर इसे पढ़ाने का फैसला किया है। यह फैसला बोर्ड की गवर्निंग मीटिंग में लिया गया है। यह स्किल के एक वैकल्पिक विषय के रूप में पढ़ाया जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से इंसानी दिमाग का काम मशीन के दिमाग के द्वारा किया जाता है। इसमें ड्राइवर लेस कार, डिसीजन मेकिंग विज्युअल परसेप्शन इत्यादि आते हैं। इसकी उपयोगिता की बात करें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से शतरंज से लेकर कार तक बिना इंसान की मदद के खेला और चलाया जा सकता है।
बोर्ड ने कहा कि यह जरूरी है कि छात्र लेटेस्ट पढ़ाई के तौर-तरीकों से वाकिफ रहें। ऐसा करना बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास दोनों के लिए बेहतर है। जिन कक्षाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई होगी उसके लिए सिलेबस जल्द ही तैयार किया जाएगा।
पढ़ाई के अगले सेशन से शुरू होने की उम्मीद है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एक विषय के तौर पर बच्चों को पढ़ाने का विचार नीति आयोग के सेशन में आया जिसके बाद सीबीएसई ने इस बारे में गवर्निंग काउंसिल में निर्णय लिया। निर्णय लेने से पहले सीबीएसई ने अनेक विभागों और स्कूलों से इस संबंध में बात की।