भले ही लालू यादव के घर खुशियों की शहनाई बजने लगी हो। लेकिन सीबीआई से पीछा अभी भी उनको और उनके परिवार को झेलना पड़ रहा है। दरअसल, रेलवे टेंडर केस मामले में सीबीआई ने उनके घरों पर छापा मारा। लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और उनके पुत्र तेजस्वी यादव के पटना स्थित घर पर सीबीआई ने छापेमारी की। सीबीआई ने तेजस्वी यादव से 4 घंटे तक पूछताछ की। बता दें कि यह मामला IRCTC के होटलों की नीलामी में हुए कथित घोटाले से जुड़ा हुआ है। इस मामले में लालू और उनके परिवार के कई ठिकानों पर पहले भी छापेमारी की जा चुकी है। खबरों के मुताबिक, सीबीआई की पूछताछ तेजस्वी यादव से खत्म हो गई है। इससे पहले इसी मामले में सीबीआई ने लालू से भी पिछले साल अक्टूबर महीने में पूछताछ की थी। तेजस्वी यादव पर पिछले साल जुलाई महीने में इस मामले को लेकर केस दर्ज हुआ था।

इस मामले में तेजस्वी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले ही पूछताछ कर चुका है। सीबीआई ने पिछले साल 5 जुलाई को लालू, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ आईआरसीटीसी के रांची और पुरी में स्थित दो होटलों के ठेके 2006 में एक निजी कंपनी को दिलवाने में कथित अनियिमितताओं के लिए प्राथमिकी दर्ज की थी। सीबीआई के बाद ईडी ने 27 जुलाई को पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया। एजेंसी इस मामले में कथित तौर पर फर्जी कंपनियों के जरिए पैसे की हेराफेरी की भी जांच कर रही है।

रेलवे टेंडर घोटाले मे अभियुक्त बनाए जाने के बाद राबड़ी देवी से सीबीआई की यह पहली पूछताछ है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में तेजस्वी यादव और लालू यादव से दिल्ली में पूछताछ हो चुकी है। लालू पर आरोप है कि उन्होंने संवैधानिक पद पर रहते हुए कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाया था। आरोप के मुताबिक रेल मंत्री के पद पर रहते हुए लालू ने बीएनआर रांची और बीएनआर पुरी की देखरेख का जिम्मा एक निजी होटल को सौंपा था।

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