बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह मामले की जांच आज केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने का निर्देश दिया। नीतीश ने यहां कहा कि बालिका गृह में बहुत ही घृणित घटना घटी है और पुलिस द्वारा मुस्तैदी से इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन एक भ्रम का वातावरण बनाया जा रहा है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भ्रम का वातावरण नहीं रहे, इसलिए उन्होंने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के प्रधान सचिव को तत्काल इस सम्पूर्ण मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया है। अधिकरिक बयान के मुताबिक, इस मामले की जांच पुलिस मुस्तैदी से कर रही है। सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन एक भ्रम का वातावरण बनाया जा रहा है।  भ्रम का वातावरण नहीं बने, इसलिए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के प्रधान सचिव को तत्काल इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया है।

इस घटना को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहा था। इसे लेकर विधानमंडल के दोनों सदनों में भी कार्यवाही बाधित की जा रही थी। दरअसल, इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मुंबई की संस्था टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइसेंस की टीम ने बालिका गृह के सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का उल्लेख किया।

इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद लड़कियों के चिकित्सकीय जांच में भी यहां की 41 लड़कियों में से 29 लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई थी। इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर सहित 10 लोगों को गिरतार किया जा चुका है।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here