अपने बयानों को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाले भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नक्सली करार दिया है। उन्होंने कहा, कि केजरीवाल तो पैदाइशी नक्सली और 420 है, ऐसे में आखिर क्यों ममता बनर्जी, एचडी कुमारस्वामी, चंद्रबाबू नायडू और पिनारई विजयन उनका सर्मथन कर रहे हैं।
स्वामी ने कहा, कि मैंने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के खिलाफ अभियान शुरू किया था, जिसके बाद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार से लड़ने का दावा किया था। इस आंदोलन के बाद वह एक ऐसे आदमी अन्ना हजार के कंधे पर बैठकर राजनीति में आए, जिन्हें असल दुनिया की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। भाजपा सांसद ने कहा कि वह (केजरीवाल) हमेशा से छिपा हुआ नक्सली था, ऐसे में आखिर क्यों ये मुख्यमंत्री उसका समर्थन कर रहे हैं।
दरअसल, शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धरने के समर्थन में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी दिल्ली पहुंचे। सभी मुख्यमंत्री पहले आंध्र प्रदेश भवन में चंद्र बाबू नायडू से मिले और उसके बाद सभी ने केजरीवाल के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। इसके बाद चारों ने केजरीवाल के आवास पर प्रेस कान्फ्रेंस बुलाकर केजरीवाल के प्रति समर्थन प्रकट किया।
#BREAKING: दिल्ली में केजरीवाल की पत्नी के मिले चारों राज्यों से सीएम, पी विजयन, कुमारस्वामी, चंद्रबाबू और ममता केजरीवाल के समर्थन में
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) June 16, 2018
क्या कहा प्रेसवार्ता में
प्रेसवार्ता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, कि संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने कहा, यह सिर्फ दिल्ली की बात नहीं है बल्कि पूरे भारत का मसला है। इस मामले में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, कि दिल्ली समूचे देश की राजधानी है, यहां के मुख्यमंत्री को धरना देना पड़े यह दुख की बात है। यहां केंद्र सरकार भी है, जो सब देख रही है। संकट का जल्द हल निकाला जाना चाहिए। तो वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने भी प्रधानमंत्री से केजरीवाल की मांगें मानकर उनका धरना जल्द खत्म कराने की अपील की।
बता दें कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने राजनिवास जाकर केजरीवाल से मिलने की अनुमति मांगी, मगर उनको अनुमति नहीं दी गई।