भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक साधना सिंह द्वारा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी किये जाने से उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में रोष व्याप्त हो गया है।

सूत्रों के अनुसार मुगलसराय की भाजपा विधायक ने शनिवार को एक कार्यक्रम में गेस्ट हाउस कांड का हवाला देते हुए कहा था कि चीरहरण होने के बाद भी वह गठबंधन कर रहीं हैं। उन्होने कहा था कि भाजपा के नेताओं ने ही उनका मान-सम्मान बचाया था। इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में रोष व्याप्त हो गया।

चंदौली में एक रैली में भाजपा विधायक ने कहा “ जिस दिन महिला का ब्लाउज,पेटीकोट,साड़ी फट जाये,वो महिला ना सत्ता के लिये आगे आती है। उसको पूरे देश की महिला कलंकित मानती है। वो तो किन्नर से भी ज्यादा बदतर है क्योंकि वो तो ना नर है और ना महिला है। ”

उन्होने कहा “ मैं खुद एक महिला होने के नाते मायावती की इस कृत्य के लिये भर्त्सना करती हूं। वह पूरे महिला समाज के लिये शर्मनाक है। भाजपा के नेताओं ने उनकी लाज बचाई थी और उन्होने आराम और सत्ता सुख के लिये इसे बेच दिया। पूरे देश की महिलाये इसकी भर्त्सना करती हैं।

कार्यक्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र एवं नोयडा से भाजपा विधायक पंकज सिंह भी मौजूद थे। बसपा ने भाजपा विधायक के बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि इस तरह की बयानबाजी भाजपा के मानसिक स्तर को दर्शाने के लिये काफी है। लोकसभा में सपा बसपा गठबंधन से भाजपा और उसके नेता हताश और परेशान है।

बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा ने रविवार को कहा कि भाजपा विधायक की टिप्पणी ने दिखला दिया है कि भाजपा कितनी स्तरहीन पार्टी है। सपा बसपा गठबंधन ने भाजपा के होश उड़ा दिये हैं। उनके नेता अपना मानसिक संतुलन खो बैठे है। अब उन्हे बरेली और आगरा के मनोरोग अस्पताल में जाने की जरूरत है।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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