केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर रविवार को यहां ‘एक भारत : स्वच्छ और सक्षम भारत-बापू और सरदार के सपनों का भारत’ नौ दिवसीय डिजिटल प्रदर्शनी का उद्धाटन करेंगे। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्री राठौर सोमवार से यहां शुरु हो रहे तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार अपराह्न करीब सवा दो बजे विमान से पहुंचेंगे तथा वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर बाबा के दर्शन-पूजन के बाद उद्घाटन एवं अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के पद के अलावा युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राठौर 21 से 23 जनवरी तक आयोजित 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मद्देनजर काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में शाम करीब साढ़े सात बजे एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। प्रदर्शनी का आयोजन केंद्र सरकार के विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) द्वारा किया गया है।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रथम उप-प्रधानमंत्री भारतरत्न वल्लभ भाई पटेल के देश की आजादी में योगदान पर आधारित यह प्रदर्शनी आम लोगों के लिए सोमवार 21 से 28 जनवरी तक प्रतिदिन पूर्वाह्न 11 बजे से शाम सात बजे तक खुलेगी। बीएचयू परिसर स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पास विश्वविद्यालय के विज्ञान संस्थान मैदान में आयोजित इस प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में स्थानीय छात्र-छाताओं के अलावा आम लोगों के आने की संभावना है।

केंद्रीय मंत्री सोमवार को यहां बड़ालालपुर में आयोजित ‘नए भारत के निर्माण में प्रवासी भारतीयों की भूमिका’ विषय पर केंद्रित सम्मेलन में भाग लेंगे। वह सम्मेलन के प्रथम दिन 21 जनवरी को युवा मामले एवं खेल मंत्रालय तथा उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित युवा प्रवासी भारतीय और उत्तर प्रदेश प्रवासी सम्मेलन में स्वागत भाषण देंगे।

देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले महात्मा गांधी के नौ जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका भारत लौटने की ऐतिहासिक दिन की स्मृति में वर्ष 2003 से प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजित शुरु किया गया था। इस बार नौ जनवरी की जगह 21 से 23 जनवरी तक आयोजित भव्य सम्मेलन में छह हजार से अधिक प्रवासियों के शामिल होने की संभावना है।

लौह पुरुष के तौर पर प्रसिद्ध सरदार पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी ने आजादी के बाद प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री के तौर पर जीवनपर्यंत देश की सेवा की। उन्होंने आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के एकीकरण में अहम भूमिका निभाई थी।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here