नीतीश कुमार सातवीं बार बिहार की सत्ता पर राज करेंगे। नीतीश कुमार आज शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसे लेकर बिहार की राजधानी पटना में जोर-शोर से तैयारी चल रही है। आज राजभवन में शाम 4.30 बजे राज्यपाल फागू चौहान नीतीश कुमार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।

मंत्री पद तय करने के लिए हर सात सीट पर दो मंत्री का गणित निकाला गया है। जिसके तहत आज करीब 16 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इनमें  7 BJP, 7 JDU, 1 HAM और 1 VIP के कोटे से मंत्री बन सकते हैं। 

संवैधानिक नियमों के अनुसार 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में 36 मंत्री बन सकते हैं। खबर है कि नीतीश कुमार की कैबिनेट में अधिकतर सीटें रिक्त ही रहेंगी। इस समय 16 मंत्रियों के शपथ ग्रहण की खबरे चल रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार जेडीयू की ओर से आज बिजेंद्र यादव, अशोक चौधरी, विजय चौधरी, श्रवण कुमार और लेसी सिंह मंत्री बन सकते हैं। कुछ और नाम का तय होना बाकी है।

वहीं बीजेपी की ओर से तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार और मंगल पांडेय मंत्री बन सकते हैं। तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा है।

इस तरह से बिहार में इस बार 2 डिप्टी सीएम बन सकते हैं। बीजेपी की ओर से भी कुछ नाम पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है।

“हम” की तरफ से संतोष मांझी को मंत्री पद दिया जा सकता है। संतोष मांझी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे हैं। जीतन राम मांझी ने कहा था कि वो मंत्री नहीं बनना चाहते हैं।

वहीं वीआईपी की ओर से खुद पार्टी अध्यक्ष मुकेश सहनी मंत्री बन सकते हैं। मुकेश सहनी चुनाव हार गए हैं।

नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में कई वीआईपी शिरकत कर रहे हैं। शपथ ग्रहण में गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीजेपी संगठन महासचिव बीएल संतोष भी शामिल होंगे।

नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण सामारोह में कई बड़े मंत्री पहुंचने वाले हैं। यहां पर अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीजेपी संगठन महासचिव बीएल संतोष भी शिरकत करेंगे।

वहीं खबर ये भी है कि नीतीश की नई कैबिनेट में 14 पुराने चहरे नहीं दिखेंगे यहां पर इन चेहरों को जगह नहीं मिली है।

इनमें JDU के 8 और BJP के 2 मंत्री शामिल हैं। बीजेपी के सुरेश शर्मा और ब्रजकिशोर बिंद जबकि जेडीयू के कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, जयकुमार सिंह, शैलेश कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, संतोष निराला, खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, रमेश ऋषिदेव, रामसेवक सिंह विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में इनके नई सरकार में दिखने की उम्मीद फिलहाल न के बराबर है।

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