किसे क्या खाना है और क्या नहीं खाना है इसका फैसला सरकार कैसे कर सकती है? बीते कुछ महीनों से हमारे देश में इसी बात पर बहस हो रही है। मौजूदा केंद्र सरकार ने एक नया कानून लाकर मवेशियों की खरीद-बिक्री पर बैन लगा दिया है। सरकार के इस कानून का विरोध देश के अलग-अलग हिस्सों में काफी जोर-शोर से हो रहा है।

बीफ फेस्टिवल आयोजित करने पर छात्र की पिटाई

29 मई को आईआईटी मद्रास में कुछ छात्रों ने मिलकर सरकार के इस कानून के विरोध में एक बीफ फेस्टीवल आयोजित किया। छात्र इस दौरान बीफ खाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तभी हिंदूवादी संगठनों से जुड़े छात्रों ने विरोध कर रहे छात्रों पर हमला कर दिया। इन छात्रों ने विरोध कर रहे छात्रों में से केरल के आर सूरज को इस कदर पीटा कि उसके गाल पर फ्रैक्चर और आखों के पास गहरा जख्म हो गया। सूरज बीफ फेस्ट का आयोजन करने वाले छात्रों में से एक था। सूरज की हालत काफी खराब हो गई और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। साथ ही पिटाई करने वालों ने बीफ़ पार्टी में शामिल सभी छात्रों को धमकी भी दी है।

डीएमके भी कर रही है प्रदर्शन

सूरज की पिटाई की ख़बर जैसी ही फैली विवाद शुरू हो गया और जांच के आदेश दे दिए गए। पुलिस ने अभी तक इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सूरज उन 80 छात्रों में से एक था जो बीफ फेस्टीवल में बीफ खाकर केंद्र सरकार का विरोध कर रहे थे। गौरतलब है कि तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी डीएमके भी केंद्र सरकार के इस नए कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रही है। डीएमके के प्रदर्शन में खुद स्टालिन ने अपने करीब 300 कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया।

मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से मांगा जवाब

केंद्र के इस कानून पर मद्रास हाईकोर्ट ने एक महीने का बैन लगा दिया है। मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने केंद्र के उस अध्यादेश पर तकरीबन एक महीने के लिए रोक लगा दी, जिसमें जानवरों की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया था। हाईकोर्ट ने कहा कि लोगों की ‘फूड हैबिट’ तय करना सरकार का काम नहीं है। अदालत ने केन्द्र सरकार और राज्य सरकार से इस मामले में 4 हफ़्ते में जवाब मांगा है।

केरल सरकार भी केंद्र के विरोध में

केरल सरकार केंद्र के इस फैसले का पहले से ही विरोध कर रही थी। केरल के मुख्यमंत्री ने तो यहां तक कह दिया था कि कुछ वक्त बाद सरकार मछली पर भी बैन लगा देगी। इसी बीच केरल के छात्र के साथ हुई मारपीट से केरल सरकार काफी ख़फा है। केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने ट्वीट कर अपने राज्य के छात्र की पिटाई की निंदा की है। उन्होंने कहा कि IIT मद्रास में आयोजित बीफ़ फ़ेस्ट में शामिल मलयाली पीएचडी छात्र सूरज पर हुए हमले की मैं निंदा करता हूं। मैं तमिलनाडु के सीएम से आग्रह करूंगा कि वे इस मामले में उचित कार्रवाई करें। वहीं केंद्र के अध्यादेश पर विचार के लिए केरल सरकार विशेष सत्र बुला सकती है। इस विषय को लेकर आज कैबिनेट की बैठक भी बुलाई गई है।

ममता ने कहा केंद्र का कदम असंवैधानिक

उधर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी इस फैसले का विरोध किया था। ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के इस कदम को असंवैधानिक करार दिया था और चुनौती दी थी।  उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल इस फैसले को नहीं मानेगा और न ही वह इसके लिए बाध्य है।

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