भारत के कोने-कोने से अक्सर लड़कियों के कपड़ों को लेकर नए-नए फरमान सुनाए जाते है। पंचायते लड़कियों के तंग कपड़े और जींस पहनने पर हमेशा आपत्ति करती आई है। भारत में लड़कियों के कपड़ों पर तुगलकी फरमान सुनाने पर समाज में इसका विरोध भी जमकर होता है। अब एक मामला स्कूलों में छात्राओं के स्कर्ट पर बैन करने का आया है। लेकिन ये बैन भारत में नहीं बल्कि ब्रिटेन में लगने जा रहा है।

इस बार इंग्लैंड के स्कूल में छात्राओं के स्कर्ट पहनने पर रोक लगाने की तैयारी है। स्कूली लड़कियों के लिए यूनिफॉर्म के रूप में स्कर्ट का विकल्प जल्द ही खत्म होने जा रहा है, क्योंकि पूरे ब्रिटेन के ज्यादातर स्कूल लैंगिक भेदभाव से परे यूनिफॉर्म नीति अपना रहे हैं।

संडे टाइम्स के स्कूलों में यूनिफॉर्म नीति के विश्लेषण के अनुसार कम से कम 40 सेकेंडरी स्कूलों ने लड़कियों के स्कर्ट पहनने पर रोक लगा दी है जबकि अन्य स्कूल भी इस बारे में विचार कर रहे हैं। दरअसल, स्कूल ट्रांसजेंडर लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखना चाहते हैं इसलिए सभी के लिए ट्राउजर नीति को अपनाया जा रहा है। स्कूलों ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब ब्रिटेन की सरकार देश के जेंडर रिकग्निशन एक्ट में बदलाव के रास्ते ट्रांसजेंडर लोगों के अधिकारों को स्पष्ट करने की तैयारी कर रही है।

आपको बता दें कि ईस्ट ससेक्स के लेवेस में प्रॉयरी स्कूल ने पिछले वर्ष स्कर्ट पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था। स्कूल का कहना है कि लोग यह सवाल उठाते थे कि लड़कों और लड़कियों के लिए यूनिफॉर्म अलग – अलग क्यों है। साथ ही उनका कहना था कि ट्रांसजेंडर छात्रों की जरूरतों का भी खयाल रखा जाना चाहिए। कोपलेस्टन हाई स्कूल ने स्कर्ट को अस्वीकार्य वस्तुओं की सूची में रखा है। इसमें अन्य चीजें हैं चिपकी हुई जीन्स और चेहरे पर छेदन।

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