उत्तरप्रदेश में बलरामपुर के थाना गैसड़ी इलाके में हैवानियत की शिकार हुई बालिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आगई है। रिपोर्ट के अनुसार बालिका से कई बार बलात्करा करने की कोशिश की गई है।

रिपोर्ट से बालिका के मौत की वजह भी साफ हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार मृतका के शरीर पर 10 बाहरी घाव के निशान थे जिससे साफ है कि वारदात के समय मृतका ने खुद को बचाने की पूरी कोशिश की थी।

इस मसले में कई राजनीतिक पार्टियां हस्तेक्ष कर रही हैं तो वहीं राज्य महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। गैसड़ी इलाके में 29 सितम्बर को छात्रा बीकॉम तृतीय वर्ष में एडमिशन कराकर दोपहर के समय अपने घर के लिए वापस आ रही थी।

साथ ही राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार आयोग यूपी अभियान की टीम ने छात्रा के माता-पिता से मुलाकात की। राम दुलार, बबिता, कंचन व वीरेन्द्र पाल सहित सात सदस्य छात्रा की मां से मिले। कहा कि एससी एसटी एक्ट के तहत परिजनों को आठ लाख 25 हजार रुपए मिलने चाहिए। पूरी रकम परिजनों को अभी तक नहीं मिली है। कहा कि टीम अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार व मानवाधिकार आयोग को सौंप देगी। साथ ही 25 लाख मुआवजा दिलाने की मांग करेगी।

उसी समय कॉलेज के आस-पास खड़े कुछ दबंगों ने उसका अपाहरण कर लिया और फिर युवती को एक किराने की दुकान के पिछले हिस्से में बने कमरे में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया।

आरोपियों ने पहुंचाया घर

इस दौरान आरोपियों ने छात्रा से मारपीट भी की, जिससे उसके लीवर और आंत में गम्भीर चोटें आई थी। आरोपियों ने उसे एक रिक्शे से उसके घर तक भी पहुंचाया था जिसके बाद पीड़िता की हालत बिगड़ गयी थी और तुलसीपुर अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते मे ही उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद से तमाम तरह की बाते चर्चा का विषय बनी रही। नाटकीय ढंग से हुई इस वारदात का खुलासा अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है।

रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि, युवती की मौत लीवर और आंत में भयंकर चोट लगने और अधिक खून बहने के कारण हुई है। गहरी चोट के वजह से युवती की आंत फट गई और अधिक खून जमा होने के कारण  उसकी मौत हो गई।

10 निशान

मृतका के शरीर पर हैवानियत के निशान भी मिले है। शव पर डॉक्टरों की जांच के दौरान कुल 10 बाहरी चोट मिली जिसका पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र भी किया गया है।

जिसमे कुछ चोटें उसके गाल, कोहनी और कमर से निचले हिस्से व संवेदनशील अंगों पर थी। जानकार बताते हैं ऐसी चोट तब आती है जब कोई ऐसी घटनाओं में पुरजोर तरीके से विरोध करता है।

वहीं छात्रा के बाएं गाल पर जख्म के निशान मिले हैं। दाएं स्तन पर तीन गुड़े एक का एक सेंटीमीटर गहरा घाव पाया गया है। दाएं तरफ सीने पर ग्यारह गुड़े छह सेंटीमीटर चोट का निशान पाया गया है। दाएं कोहनी पर पांच गुड़े दो सेंटीमीटर का निलंग निशान पाया गया है। बायीं कोहनी के ऊपरी हिस्से में चार गुड़े दो सेंटीमीटर का निलंग निशान पाया गया है। बाएं जांघ पर चोट के निशान मिले हैं।

वजाइना की झिल्ली फटी थी। इससे प्रतीत होता है कि छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

पुलिस ने इस जघन्य अपराध के मामले में 366, 376-डी, 302 व एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है और अब तक दो नामजद आरोपियों सहित 4 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। जिसमे मृतका के हाथ में वीगो लगाने वाला कंपाउंडर व रिक्शा चालक शामिल है।

वहीं मामले में राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान लेकर जिले के डीएम व एसपी से जवाब तलब किया है, घटना से जुड़े सभी तथ्यों को शामिल करते हुए रिपोर्ट फाइल करने की बात कही गई है।

विधायक को खदेड़ा

पूर्व विधायक को छात्रा की मां ने घर से लौटा दिया। बताया जाता है कि पूर्व विधायक छात्रा की मां से मिलने गए थे। उन्होंने छात्रा के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा दिलाने की बात कही। कहा कि हाथरस कांड में पीड़िता की माता-पिता को सरकार ने 25 लाख रुपए के साथ सरकारी नौकरी देने का वादा किया है, लेकिन गैसड़ी प्रकरण में सरकार ने अभी तक कोई घोषणा नहीं की है।

पूर्व विधायक की बात सुनकर छात्रा की मां नाराज हो गई। उन्होंने विधायक से सवाल किया कि वह इस मामले में क्या मदद कर सकते हैं। आर्थिक मदद के बारे में पूछा तो नेता जी दाहिने-बाएं झांकने लगे।

पूर्व विधायक ने बताया कि उनके बारे में लोग गलत अफवाह फैला रहे हैं। छात्रा की मां ने अपने दरवाजे पर उनका सम्मान किया है। उन्होंने छात्रा को समुचित न्याय दिलाने की बात कही है। शिल्पकार समाज के प्रदेश अध्यक्ष वरुण कुमार गिहार ने छात्रा की मां से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया। 

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