ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया है कि कांग्रेस ने अदिलाबाद जिले के निर्मल विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम बहुल इलाकों में चुनाव प्रचार नहीं करने के लिए 25 लाख रुपये की पेशकश की थी। ओवैसी ने मेडक जिले के संगारेड्डी विधानसभा क्षेत्र स्थित मिलाद ग्राउंड जलाल बाग में रविवार को एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान यह दावा किया। उन्होंने कहा,” मेरे मोबाइल में कांग्रेस की ओर से 25 लाख रुपये की पेशकश की रिकॉर्डिंग है।”
ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस ने उनसे निर्मल विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम बहुल इलाकों में चुनाव प्रचार नहीं करने को कहा था और इसके एवज में 25 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश तक कर दी थी। उन्होंने कांग्रेस-तेलुगू देशम पार्टी और अन्य के महागठबंधन को ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ करार देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 25 लाख रुपये में खरीदने की कोशिश की।
कांग्रेस की इस हरकत को आप क्या कहेंगे। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जिसे खरीदा जा सकता है। वो आगे कहते हैं कि कांग्रेस का चरित्र दूसरे दलों को तोड़ने का रहा है। आप उस दल से इससे अधिक और क्या अपेक्षा कर सकते हैं। वो कांग्रेस के लोगों की तरह नहीं हैं। वो अपने वादों को बेचते नहीं हैं। वो लोगों की भलाई में भरोसा करते हैं। वो अपनी पार्टी के झंडे को हिंदुस्तान के सभी कोनों में फहरते हुए देखना चाहते हैं।ओवैसी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आप लोग उन्हें क्या देंगे, हमने ताज महल, चार मिनार, जामा मस्जिद और कुतुब मिनार दिया। लेकिन क्या उसके बदले आप पैसे देंगे।
असुदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने कहा कि वो मुस्लिम इलाकों में प्रचार के लिए न जाएं। आखिर कांग्रेस, लोकतंत्र की दुहाई देती है। लेकिन तेलंगाना में उसका असली चेहरा सबके सामने आ रहा है। कांग्रेस को ये समझने की जरूरत है कि वो समाज के कमजोर लोगों के लिए आवाज उठाने वालों को दबा नहीं सकते हैं।
-साभार ईएनसी टाईम्स