उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को अब करीब डेढ़ महीने हो गए हैं। अभी तक के कार्यकाल में योगी सरकार ने कई अहम फैसले लिए तो हैं लेकिन उन फैसलों का असर सूबे के अधिकारियों पर होता नजर नहीं आ रहा है। सीएम योगी एक के बाद एक नए फैसले तो लेते जा रहे हैं लेकिन उनके फैसले जमीन पर नहीं उतर पा रहे हैं।

एपीएन ने की सरकारी दफ्तरों की पड़ताल-

APN investigates in UP, officials do not listen to Yogiएपीएन ने योगी के फैसलों के असर की हकीकत जानने की कोशिश की तो योगी के अधिकारी उनके आदेश को ताक पर रखते दिखाई दिए। गौरतलब है कि पिछली कैबिनेट बैठक में योगी सरकार ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक दफ्तर में मौजूद रहने के आदेश दिए थे, लेकिन अधिकारियों ने इस आदेश को गंभीरता से नहीं लिया।

एपीएन ने इसका रियलिटी टेस्ट किया तो सरकारी दफ्तर से अधिकारी गायब थे। नोएडा अथॉरिटी के दफ्तर में आज एपीएन टीम पहुंची। जहां सुबह 9 बजे तक कोई अधिकारी या कर्मचारी नहीं पहुंचा था। नोएडा अथॉरिटी के रिसेप्शन की खिड़कियां तक 9 बजने के बाद भी बंद नजर आई। आलम ऐसा था कि फरियादी तो दफ्तर पहुंचे थे लेकिन उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं था।

ऐसा ही नजारा नोएडा पुलिस अधीक्षक के दफ्तर में भी नजर आया। वहां भी साढ़े 9 बजे तक सन्नाटा पसरा रहा और कोई अधिकारी नहीं नजर आया। ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि योगी सरकार के दावों के बाद भी सरकार के निर्देशों का पालन क्यों नहीं किया जा रहा है।

योगी सरकार ने फिर से किए तबादले

वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार ने एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 25 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए हैं। इसमें मथुरा, बरेली, आगरा और वाराणसी समेत 13 जिलों के करीब दर्जनभर ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट को अलग-अलग जिलों में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात किया गया है। वहीं कई जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों का भी तबादला किया गया है।

इस प्रशासनिक फेरबदल में फर्रुखाबाद के मुख्य विकास अधिकारी नरेंद्र प्रसाद पाण्डेय को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है तो वहीं आगरा के मुख्य विकास अधिकारी नागेंद्र प्रताप को वाणिज्य और मनोरंजन कर विभाग के विशेष सचिव के पद पर तैनात किया गया है। कुशीनगर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट संजीव रंजन को सहारनपुर का मुख्य विकास अधिकारी और मथुरा की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट चांदनी सिंह को बागपत का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है। लखीमपुर खीरी के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सैमुअल पाल एन को इलाहाबाद का मुख्य विकास अधिकारी और बिजनौर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुज सिंह को गोरखपुर का मुख्य विकास अधिकारी नियुक्त किया गया है।

आपको बता दें कि पिछले एक महीने में यह तीसरा मौका है जब प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इससे पहले 26 अप्रैल को यूपी की योगी सरकार ने प्रशासनिक अमले में भारी फेरबदल करते हुए दर्जनों आईएएस अफसरों के तबादले किए थे। योगीराज में ये सबसे बड़ा फेरबदल था। जिसमें 84 आईएएस और 54 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर किया गया था। इसके साथ ही 9 पीसीएस अधिकारियों का भी तबादला हुआ था।

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