दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अजय माकन ने इस्तीफा दिया। लोकसभा चुनाव से कुछ महीनों पहले ही हुए इस इस्तीफे से कांग्रेस पार्टी को झटका माना जा रहा है, जिसने राजधानी में इलेक्शन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अजय माकन के इस इस्तीफे को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि कांग्रेस ने माकन के इस्तीफे का खंडन किया है। माकन फिलहाल इलाज के लिए विदेश में हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अजय माकन ने 13 सितंबर को ही राहुल गांधी और दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

कांग्रेस ने बताया कि दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने इस्तीफा नहीं दिया है। उनको कुछ स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हैं और वह चेक-अप के लिए गए हैं। वह जल्द ही वापस लौटेंगे। वह हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली मामलों के प्रभारी पीसी चाको से मिले थे।

कांग्रेस नेता पीसी चाको ने भी माकन के इस्तीफे को खारिज किया है। चाको ने कहा, ‘अजय माकन को स्वास्थ्य से संबंधित कुछ समस्याएं हैं और मेडिकल चेकअप के लिए गए हैं। वह अगले सप्ताह लौटेंगे। संभवत: वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि वह शायद अपना उस तरह से समय नहीं दे पाएंगे, जितना वह चाहते हैं। उनकी वापसी पर हम काम के प्रबंधन को लेकर बातचीत करेंगे, लेकिन तथ्य यह है कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है।’

बता दें, की अजय माकन आम आदमी पार्टी से संभावित गठबंधन का विरोध कर रहे थे। माना जा रहा है कि उनके इस्तीफे के साथ ही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चुनावी गठबंधन का रास्ता साफ हो गया है। यदि दोनों दल साथ आते हैं तो फिर आम चुनाव में दिल्ली की लोकसभा सीटों पर बीजेपी की राह कठिन हो जाएगी। अजय माकन दो बार लोकसभा के सांसद और तीन बार दिल्ली विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं।  यूपीए सरकार के दौरान अजय माकन के पास अलग-अलग समय पर हाउसिंग मिनिस्ट्री, खेल एवं युवा मंत्रालय और गृह राज्य मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी थी। अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बाद अजय माकन को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

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