जब किसी दूसरे दल का वरिष्ठ नेता किसी दूसरे दल के साथ मंच साझा करता है तो देश की राजनीति में खलबली मचना लाजिमी है। हालांकि राष्ट्रपति जैसे पद पर रहने के बाद कोई नेता किसी पार्टी का नहीं होता है लेकिन बात समझने और न समझने की होती है जिसे समझना राजनेताओं के ऊपर होता है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रणब मुखर्जी रविवार को गुरुग्राम में बीजेपी के कार्यक्रम में पहुंचे, इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उनके साथ थे।

प्रणब मुखर्जी और मनोहर लाल खट्टर ने हरचंदपुर और नयागांव में स्मार्ट ग्राम परियोजना के तहत कई प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।

दरअसल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने कार्यकाल में गुरुग्राम के हरचंदपुर गांव को गोद लिया था। प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति पद पर रहते हुए स्मार्टग्राम की अवधारणा रखी थी। गुरुग्राम के सोहना ब्लाक के गांव को गोद लिया था। इस गांव को आदर्श गांव बनाने की कोशिश हो रही है। ग्राम सचिवालय में वाई-फाई से लेकर डिजिटल स्क्रीन तक की सुविधा मिलेगी। दो दिन पहले खबर आई थी कि मुखर्जी ने इस इवेंट के लिए 15 सीनियर और जूनियर लेवल के आरएसएस कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।

बता दें कि कुछ महीने पहले आरएसएस के कार्यक्रम में प्रणब के जाने से कांग्रेस पार्टी काफी असहज हो गई थी। यहां तक कि प्रणब की बेटी शर्मिष्ठा भी इससे नाखुश थीं। हालांकि पार्टी के कई दिग्गज नेताओं द्वारा न जाने की सलाह के बावजूद प्रणब मुखर्जी संघ के कार्यक्रम में पहुंचे थे।

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