चीन में भूस्खलन की वजह से यार्लंग सांगपो नदी की मुख्यधारा का प्रवाह रुका हुआ है। इस वजह वहां बनी एक कृत्रिम झील अरुणाचल प्रदेश और असम के लिए बहुत बड़ा खतरा बन गई है। असम और अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। तमाम आपातकाली सेवाएं किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए तैयार हैं।

हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने असम के सीएम सर्बानंद सोनवाल से बात कर उन्हें सभी संभावित उपाय करने को कहा है। सीएम ऑफिस के प्रवक्ता ने बताया कि सीएम सोनवाल ने धीमजी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर और तिनसुकिया जिले को किसी भी आपदा को रोकने के लिए अलर्ट रहने को कहा है।

यार्लंग सांगपो नदी भारत के अरुणाचल प्रदेश में घुसने के बाद सियांग और असम में प्रवेश करने के बाद ब्रह्मपुत्र के नाम से जानी जाती है। इसमें बाढ़ की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन, डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (डीडीएमए) और सभी दूसरे संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। कोलकाता से नैशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की 6 टीमों के भी पहुंचने की तैयारी है। इन्हें जरूरत के मुताबिक संबंधित जिलों में भेजा जाएगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार रात असम के सीएम सोनवाल से बात की है।

सुषमा ने सीएम से हालात के मुताबिक सभी संभावित कदम उठाने की अपील की है। चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने बताया है कि उनके देश ने भारत के साथ ‘इमर्जेंसी इन्फर्मेशन शेयरिंग मैकनिज्म’ ऐक्टिवेट कर दिया है।

बता दें कि बुधवार को तिब्बत के मिलिन काउंटी में एक गांव में भूस्खलन से ब्रह्मपुत्र नदी का मुख्य प्रवाह बाधित हो गया। भारतीय अधिकारियों ने बताया कि चीन ने बुधवार को कृत्रिम झील बनने की जानकारी दी। झील का पानी ओवर फ्लो हो रहा है। बताया जा रहा है कि अरुणाचल प्रदेश पहुंचकर यह बाढ़ की वजह बनेगा। भूस्खलन की वजह प्राकृतिक बताई जा रही है।

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