कांग्रेस हो या बीजेपी, सरकार आई और गई। गंगा को किए गए वादे वहीं के वहीं और जल का रूप और रंग भी जस का तस। हाल बद से बदतर होते जा रहे हैं और जनता जय गंगा मैय्या के नारे लगाकर पाप धोने चली जाती है। लेकिन अब देश के सपूतों ने अपनी मैय्या का आंचल साफ करने का जिम्मा उठाया है। भारतीय सेना की 532 बटालियन के पूर्व सैनिक गंगा की न सिर्फ रक्षा करेंगे बल्कि सफाई भी करेंगे। इसके लिए 200 पूर्व सैनिकों की गंगा टास्क फोर्स बना दी गई है। फोर्स गंगा के किनारे गंदगी करने वालों को रोकेगी। फोर्स में भारतीय सेना के अधिकारी शामिल हैं, जो जवानों का नेतृत्व करेंगे। बता दें कि गंगा का हाल जानते हुए भी अनपड़ से लेकर पढ़े-लिखे लोग भी गंगा किनारे जाने-अनजाने जल को दूषित करते रहते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

इन सैनिकों का प्रशिक्षण संगम की नगरी इलाहाबाद में चल रहा है। ये सभी पूर्व सैनिक गंगा के घाट पर पेट्रोलिंग करेंगे और जो लोग गंगा में गंदगी फेंकते हैं उन्हें रोकेंगे। सेना के ये जवान इलाहाबाद, कानपुर और वाराणसी में तैनात किए जाएंगे। भारतीय सेना की ये टुकड़ी अगले तीन साल तक इस मिशन पर काम करेगी। स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय मिशन ने इसकी शुरुआत की है। पूर्व सैनिकों से बातचीत के बाद इसकी शुरुआत की गई है। मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन ने बताया कि ‘गंगा टास्क फोर्स’ के जवान यूपी के शहर कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी में तैनात होंगे।

महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने बताया कि पूर्व सैनिकों को इसमे शामिल करना काफी अहम फैसला है, ये फैसले उनकी भूमिका पर विचार करने के बाद लिया गया है। वहीं स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय मिशन के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने बताया कि वे स्वच्छ गंगा मिशन के तहत जिला समितियों के साथ काम करेंगे।

~देव कुमार गुप्ता

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here