जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ईलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुए एनकाउंटर में लश्कर के टॉप कमांडर जुनैद मट्टू समेत दो आतंकी ढेर हो गए।  रिपोर्ट के मुताबिक, कुलगाम के अरवानी गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। सुचना मिलते ही जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। इसी बीच जुनैद मट्टू ने अपने आप को एक बिल्डिंग में छिपा लिया और वहीं से दोनों पक्षों में गोलीबारी होने लगी। यह गोलीबारी आठ घंटे तक चली और सुरक्षा बलों ने मट्टू समेत सभी तीन आतंकियों को मार गिराया। हालांकि आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई गोलीबारी में एक नागरिक की मौत हो गई और एक जवान भी शहीद हो गया।

जुनैद मट्टू पिछले साल पुलिस वाहन पर दिनदहाड़े किए गए हमले में शामिल था, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। उसपर 10 लाख रुपए का ईनाम था।कश्मीर के IGP मुनीर खान ने कहा, “आतंकवादियों ने पुलिस जवानों को डराने और धमकाने के लिए वीडियोज बनाए। लेकिन हमें ऐसी परिस्थितियों से निपटना आता है। कुलगाम ऑपरेशन जारी है। हम फायरिंग का जवाब दे रहे हैं। दक्षिण कश्मीर में उत्तरी कश्मीर के मुकाबले उग्रवादियों की मौजूदगी ज्यादा रहती है।”

वहीं, इससे पहले कुलगाम जिले में गुरुवार को आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सेना को लंबे समय से इसकी तलाश थी। उस पर 10 लाख रुपए का इनाम भी था। मट्टू उन 12 खूंखार आतंकियों में शामिल था, जिसकी लिस्ट सुरक्षाबलों ने पिछले महीने जारी की थी। वह कुलगाम के खुदवानी का ही रहने वाला था।

खबर यह भी है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यहां भी कुछ स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की. सुरक्षाबलों को इस बात का डर है कि कहीं यहां भी पिछले महीने त्राल जैसा हाल न हो जाए। आपको बता दें कि पिछले महीने 27 मई को त्राल में हिज्बुल कमांडर सब्जार के खिलाफ कार्रवाई में सब्जार और उसका एक साथी मारा गया, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से एक आतंकी भाग निकला था।

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