गोरक्षा के नाम पर देश भर में बढ़ रही हिंसा पर मोदी सरकार के मंत्री रामदास अठावले ने कथित गोरक्षकों पर निशाना साधा है। रामदास अठावले ने कहा ऐसे ‘हिंसक गोरक्षकों’ के लिए कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए क्योंकि ये लोग रक्षक के नाम पर भक्षक बन रहे हैं। अठावले ने यहां तक कह डाला कि भारत जैसे लोकतान्त्रिक देश में उसके नागरिकों को ‘खाने का अधिकार’ मिला हुआ है और कोई कुछ भी खा सकता है, चाहे वह बीफ ही क्यों ना हो!

दरअसल अठावले बीफ ले जाने के संदेह में नागपुर जिले में एक मुस्लिम व्यक्ति की कथित तौर पर पिटाई किए जाने पर खासा नाराज थे। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ‘चूंकि बकरी का मांस महंगा होता है, इसलिए लोग बीफ खाते हैं और सबको बीफ खाने का अधिकार है। मैं नागपुर की घटना की निंदा करता हूं।’

उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी गौरक्षक को बीफ खाने या ले जाने का शक होता है तो उन्हें पुलिस में शिकायत करनी चाहिए ना कि ऐसे कानून को अपने हाथ में ​लेना चाहिए। उन्हें ‘गौरक्षक’ बनने के नाम पर ‘नरभक्षक’ बनने का अधिकार नहीं है और ऐसे हिंसक गौरक्षकों को दंडित किया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि अठावले मोदी सरकार के ऐसे पहले मंत्री नहीं हैं जिन्होंने बीफ खाने की बात की है। इससे पहले गृह राज्य मंत्री मंत्री किरण रिजिजू ने भी कहा था कि पूर्वोत्तर राज्यों में बीफ खाना एक सामान्य बात है। पिछले महीने पीएम मोदी ने भी गोरक्षकों की आलोचना की थी और कहा था कि उनकी सरकार गोरक्षा के नाम पर किसी की हत्या की घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here