6 December 1992 को अयोध्या में भीड़ के द्वारा विवादित ढांचा गिराया गया था और इसी को लेकर हर साल कुछ लोग इस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं तो कुछ लोग काला दिवस के रूप में। इस साल भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर दोनों चीज की चर्चा हो रही है। ट्विटर की बात करें तो इस पर शौर्य दिवस और काला दिवस दोनों ट्रेंड कर रहा है। सोमवार को #ShauryaDiwas के साथ हिंदू संगठनों के द्वारा ट्विटर पर ट्वीट किया जा रहा है।
BJP नेता C T Ravi ने #ShauryaDiwas के साथ ट्वीट किया, ”शौर्य दिवस पर, मैं मुलायम सिंह यादव की पुलिस द्वारा कार सेवकों पर फायरिंग में मारे गए कोठारी बंधुओं को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके बलिदान को हिंदुओं की पीढ़ियां हमेशा याद रखेगी। कभी भूलेंगे नहीं कभी माफ़ नहीं करेंगे।”
@mohitbharatiya_ नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया, ”6 दिसंबर 1992 एक नए युग की शुरुआत, यह एक ऐसा दिन था जब आजादी के बाद के युग में पहली बार हमने आक्रमणकारियों को खारिज कर दिया और अपना खोया हुआ सम्मान वापस पा लिया। आशा है कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी और एक दिन हम अपने हिंदू राष्ट्र को प्राप्त कर सकते हैं।”
#6DecemberBlackDay भी हुआ ट्रेंड
ट्विटर पर काला दिवस या #6DecemberBlackDay जैसे Hashtag भी ट्रेंड कर रहे हैं। Tipu Sultan Party की ओर से ट्वीट किया गया, ”बाबरी मस्जिद पर हमला भारत के धर्मनिरपेक्षता, संविधान, बंधुत्व और न्यायपालिका पर हमला था।”
@OvaisSultanKhan नाम के ट्विटर यूजर ने इसको लेकर ट्वीट किया,”स्वतंत्र भारत में सबसे बड़ी त्रासदी 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का विध्वंस रहा है। 6 दिसंबर शोक, अन्याय और विश्वासघात का दिन है।”