अस्ताना में पीएम मोदी और नवाज शरीफ के बीच भले ही दोस्ताना देखने को मिला हो लेकिन इसका कोई सकारात्मक असर भारत-पाकिस्तान की सीमा पर देखने को ना कभी मिला है और ना ही मिल रहा है। पाकिस्तान की सीमा से रोजाना आतंकी भारत में घुसने की कोशिश करते हैं और फिर होती है गोलीबारी। एक बार फिर पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 6 आतंकियों को भारतीय सेना ने मार गिराया है। आपको बता दें कि पिछले 72 घंटे में भारतीय सेना ने घुसपैठ की 5 कोशिशों को नाकाम करके 12 आतंकियों को मार गिराया है।

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को उरी सेक्टर में आतंकियों की हलचल देख सेना ने अभियान चलाया और उन्हें 6 आतंकी दिखाई दिए। मुस्तैद भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें वहीं ढेर कर दिया।  इससे पहले सेना माछिल, नौगाम, गुरेज, बांदीपोरा में ऐसी कार्रवाई को अंजाम दे चुकी है। गौरतलब है कि पिछले पंद्रह दिनों में सेना घुसपैठ की सात कोशिशें नाकाम कर चुकी हैं। उनमें से तीन उरी सेक्टर में हुई हैं।

एक ओर सीमा पर घुसपैठियों ने सेना को परेशान कर रखा है तो वहीं दूसरी ओर घाटी में अलगावादियों ने। शुक्रवार को भी घाटी में बंद के दौरान पत्थरबाजों और सुरक्षाकर्मियों के बीच जमकर झड़प हुई। स्कूल-कॉलेज बंद रहे और व्यावसायिक प्रतिष्ठान व दुकानें भी नहीं खुलीं। अधिकारियों ने श्रीनगर व शोपियां कस्बे में कानून-व्यवस्था लागू करने के लिए पाबंदियां लगाईं। जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज की भी इजाजत नहीं दी गई। जामिया मस्जिद के आसपास के इलाकों को सील कर दिया गया। बता दें कि जामिया मस्जिद में कश्मीर के मीरवायज व नरमपंथी हुर्रियत नेता उमर फारुख साप्ताहिक तकरीर करते हैं। लेकिन उमर को गुरुवार शाम को ही घर में नजरबंद कर दिया गया था।

इन सबके बीच कई सवाल है कि भारत का स्वर्ग कहा जाने वाला राज्य आखिर कब तक सीमा पर घुसपैठियों और घाटी में पत्थरबाजों की मार झेलता रहेगा? यहां रहने वालों लोगों को शांति कब मिलेगी? यहां मौजूद सेना के जवान कब तक शहीद होते रहेंगे? सवाल अनेक हैं पर ठोस जवाब एक भी नही है।

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