आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में रविवार को हुए नाव हादसे में अब तक 20 लोगों की मौत हो गई है जबकि 9 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि हादसे के बाद से लापता लोगों की तलाश में गोताखोर जुटे हैं पर अभी भी बहुत से लोग गायब हैं।

बता दें कि क्षमता से अधिक, 38 लोगों को लेकर जा रही एक नाव रविवार की शाम विजयवाड़ा के समीप कृष्णा नदी में डूब गई जिससे 20 पर्यटकों की मौत हो गई और कई और अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। मृतकों में छह महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, घटना शाम पांच बजकर 45 मिनट पर हुई, जब बोट भवानीपुरम में पुन्नामी घाट से फेरी गांव के पवित्र संगम की ओर जा रही थी। पवित्र संगम की ओर लौटते वक्त बीच नदी में नाव का संतुलन बिगड़ गया और यह पलट गई। प्राइवेट कंपनी के इस बोट में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे।

हादसे के बाद इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। बता दें कि पुलिस को शक है कि यह घटना कोई आम घटना नहीं है इसलिए पुलिस ने 4-5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है जिसमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, उप मुख्यमंत्री एन. चिना राजप्पा, विपक्ष के नेता वाईएस जगनमोहन रेड्डी तथा अन्यों ने भी हादसे को लेकर शोक जाहिर किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने पीड़ित के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पीएम मोदी ने कहा है कि आंध्र प्रदेश सरकार व एनडीआरएफ की ओर से बचाव ऑपरेशन जारी है।

राज्य सरकार ने इस हादसे के बाद पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। हालांकि एनडीआरएफ के 30-30 कर्मियों के दो दल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) का 45 सदस्यीय एक दल तथा आपदा प्रतिक्रिया एवं दमकल सेवा विभाग का 60 सदस्यीय दल बचाव अभियान में लगे हुआ हैं।