उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में बेसिक शिक्षा परिषद ने मानक विहीन मान्यता प्राप्त 149 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी के आदेश पर हुई जांच में 149 विद्यालय मानकों पर खरे नहीं उतरे। इन स्कूलों को पांच मार्च को नोटिस जारी कर एक महीने में जवाब मांगा गया था। स्कूल प्रबंधकों ने नोटिस का जवाब नही दिया है। मान्यता समिति ने इन 149 स्कूलों की मान्यता समाप्त करने का फैसला लिया है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजू राणा ने इन विद्यालयों की मान्यता समाप्त करने का आदेश जारी किया है। उन्होने बताया कि स्कूल संचालको कहा गया है कि इसकी मान्यता समाप्त की गयी है। आगे से इन स्कूलों का संचालन न किया जाए। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी के निर्देश पर छह उपजिलाधिकारियों द्वारा की गई जांच के बाद प्राथमिक तथा जूनियर के एक सौ 49 विद्यालयों की मान्यता रद्द कर दी गई है। ये विद्यालय कराई गई जांच में कोई सही जवाब नहीं दे सके हैं । इसके बाद इनकी मान्यता रद्द करने का फैसला लिया गया।

83 विद्यालयों का प्रकरण मंडलीय समिति को निस्तारण के लिए भेज दिया गया है। जिन 149 विद्यालयों की मान्यता रद्द की गई है उनमें सबसे ज्यादा जसवंतनगर ब्लाक में 40, भरथना व महेवा ब्लाक में 25-25, बढ़पुरा और सैफई ब्लाक में 14 तथा नगर क्षेत्र में 12 के आसपास विद्यालय हैं। इटावा में बेसिक शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालय करीब 1100 के आसपास हैं।

बता दें कि जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने जनवरी 2018 में जिले में स्थित इन विद्यालयों में सभी उपजिलाधिकारियों से जांच कराने के निर्देश जारी किए थे। जांच होने के बाद सभी विद्यालयों को पांच मार्च को नोटिस जारी कर कमियों को पूरा करने के लिए कहा गया था। स्कूलों से जवाब उपजिलाधिकारी के माध्यम से ही भेजने को कहा गया था। विद्यालय के संचालकों व प्रबंधकों ने एक माह की अवधि बीतने के उपरांत भी कोई जवाब नहीं दिया। 10 मई को मान्यता समिति की बैठक में 149 विद्यालयों की मान्यता समाप्त करने का फैसला लिया गया और 83 विद्यालयों की मान्यता को लेकर ए डी बेसिक को लिखा गया है।

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